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(श्रीनगर): उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले के शादीपोरा में तीन साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म को लेकर घाटी उबल पड़ी है। हुर्रियत कांफ्रेंस का घटक दल और शिया समुदाय का प्रमुख संगठन इतहाद उल मुसलमीन के प्रमुख नेता मसरू अब्बास अंसारी के कश्मीर बंद के एलान के बीच सु़ंबल कांड के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों और सुरक्षा बलों के बीच पट्टन में हिंसक झड़पों में 47 सुरक्षाकर्मियों समेत 50 लोग जख्मी हो गए। एसएसबी की दूसरी वाहिनी के असिस्टेंट कमांडेंट भी इस दौरान घायल हो गए। उन्हें सिर में पत्थर लगने से गंभीर चोट आई है।
उपद्रवियों ने राजमार्ग सहित मिर्जुंड, चैनबाला, सिंघोरा, झेला पुल, कृपालपोरा पेनीन, और हंजीवरा, जिला बारामुला के इलाकों में हिंसक प्रदर्शन किए और वहां तैनात सुरक्षा बलों पर पथराव किया। प्रशासन ने सुंबल, पटृटन सहित कइ इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया है। इस बीच, स्वयंभू मजहबी संगठन द्वारा आरोपी को नाबालिग साबित करने के लिए जन्म तिथि का फर्जी दस्तावेज जारी करने पर लोग भड़क उठे। बांदीपोरा में सैकड़ों लोगों ने श्रीनगर-बाडीपोरा मार्ग पर धरना देकर यातायात रोक दिया। श्रीनगर के मीर बहली डल रैनावारी और बडयारी चौक में लोगों ने जुलूस निकाला। गगरपोरा नारबल और बडगाम के मागाम में भी जुलूस निकाले गए। तीनों ही जगहों पर प्रदर्शनकारी हिंसा पर उतर आए।
सुरक्षाबलों को लाठियों के अलावा आंसू गैस का सहारा लेना पड़ा। मागाम में पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी है। खोमेनी चौक और मागाम में हुई हिंसक झड़पों में नौ लोग जख्मी हुए हैं। उधर, कट्टरपंथी नेता सैयद अली शाह गिलानी और उदारवादी हुर्रियत चेयरमैन मीरवाइज मौलवी उमर फारूक ने कहा कि यह घटना कश्मीर और इसानियत के नाम पर बदनुमा दाग है। पूर्व विधायक इंजीनियर रशीद ने कहा है कि पीडि़ता को न्याय देने के लिए पूरे मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक अदालत में होनी चाहिए। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताते हुए आईजीपी कश्मीर एसपी पाणि से बात की और मामले में चल रही जांच की विस्तृत जानकारी ली।
Published on:
13 May 2019 06:51 pm
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