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स्टेट की सपाट रोड में १०५ तो एनएच ३७ व स्टेट हाइवे में ४२ की गई जान

जिले में लोग यातायात नियम का पालन नहीं करने व शराब की नशे में हवा की रफ्तार में वाहन चला रहे हैं और असमय काल के गाल में समा रहे हैं। पिछले १२ माह के सड़क हादसे पर गौर करने पर जिले की सड़क पर जहां १८४ लोगों की मौत हुई तो वहीं नेशनल हाइवे पर ३७ लोगों की जान गई है।

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स्टेट की सपाट रोड में १०५ तो एनएच ३७ व स्टेट हाइवे में ४२ की गई जान

sadak hadse

जिले में लगातार सड़क हादसे में इजाफा हो रहा है। इससे बचने पुलिस के द्वारा हर रोज लोगों को समझाईश दी जा रही है। सड़कों पर हर रोज मोटरव्हीकल एक्ट की कार्रवाई कर लोगों को समझाया जा रहा। दबाव बनाया जा रहा। ताकि लोग समझें और नियम के तहत वाहन चलाएं। लेकिन, पुलिस की आवाज नक्कार खानों में तूती की आवाज बनकर रह जा रही है। लाख कोशिशों के बावजूद लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। पुलिस से मिले ताजा आंकड़ों में जिले के सभी सड़कों में सड़क हादसे हो रहे है, नेशनल हाईवे चाहे ग्रामीण अंचल की बदहाल सड़कें हो या फिर शराब के कारण। नतीजतन उन्हें मौत के आगोश में समाना पड़ता है। सालभर आंकड़े के अनुसार बीते १२ माह यानी ३६५ दिन में ग्रामीण अंचल की सड़कों पर २४२ प्रकरण में ११८ घायल तो १०५ लोगों की जान चली गई है। वहीं नेशनल हाईवे में ११९ प्रकरण में ११२ लोग घायल हुए और ३७ लोग कालकवलित हो चुके हैं। इसके अलावा एक हजार से अधिक सड़क हादसे हो चुके। जिसमें ४२७ से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। इसके अलावा तकीबन ३९८ लोगों को सामान्य चोटें आई है।


ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क हादसे में सबसे अधिक मौत


शहर की सड़कों की बजाए ग्रामीण अंचल की सड़कों पर अधिक मौतें हो रही है। इसका कारण ग्रामीण अंचल के लोग शराब की नशे में फर्राटे मारते हैं। इसके अलावा अधिकांश जगह पर देखने को मिलता है कि सड़क खराब रहता है और अंधेरा भी रहता है। इसके कारण रात में लोग टकराकर हादसे का शिकार हो रहे है। ग्रामीण क्षेत्रों की सड़क में १०५ लोगों की मौत हुई है। सड़क हादसे में मौत का सबसे प्रमुख कारण शराब बताया जा रहा है। साथ ही सबसे ज्यादा हादसे शाम ६ से ९ बजे के बीच हो रहे है। यानी कहा जा सकता है कि सड़कों पर वाहनों का दबाव इन्हीं समयों के बीच होती है। आखिरकार हादसे की संभावना बढ़ जाती है।


इन सड़कों पर हुई मौतें


नैशनल हाईवे ३७
स्टेट हाईवे ४२
अन्य सड़क १०५
हादसे से बचने यह करें
० शराब पीकर वाहन न चलाएं
० वाहन पर तीन सवारी न बैठें
० वाहनों के कागजात साथ लेकर चलें
० प्लेट पर नंबर साफ सुथरे अक्षरों में लिखें
० हेलमेट का उपयोग करें
० कम उम्र के लोगों के हाथ वाहन न सौपें
० भारी वाहनों का ओवरटेक न करें
वर्जन
मोटरव्हीकल एक्ट के तहत जिले के हर थाना में लगातार कार्रवाई की जा रही है। नियमों का पालन करते हुए लोग यदि वाहन चलाएं तो सड़क हादसे में कमी आएगी।
विजय अग्रवाल, एसपी