
जिला जेल में बंदी की हार्ट अटैक से मौत
जांजगीर-चांपा. जिला जेल जांजगीर में मंगलवार की रात नौ बजे विचाराधीन बंदी की मौत हो गई। बंदी की मौत की वजह हार्ट अटैक बताई जा रही है। मृतक बिर्रा थानांतर्गत ग्राम करनौद का रहने वाला गौरव तंबोली पिता पंचराम २९ था। वह धारा ४२० में बीते छह माह से जेल में निरूद्ध था। बुधवार की सुबह उसका पोस्टमार्टम कराकर शव को परिजनों को सौंपा गया। परिजनों ने प्रशासन पर किसी तरह का आरोप नहीं लगाया है। इसलिए पुलिस प्रशासन व जेल प्रबंधन ने राहत की सांस ली है।
कोतवाली टीआई विवेक पांडेय ने बताया कि रात को ९ बजे उन्हें सूचना मिली थी कि जेल में निरूद्ध गौरव तंबोली पिता पंचराम २९ को सीने में दर्द होने की वजह से उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराने लाए हैं। जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे देखते ही मृत घोषित कर दिया। रात को १० बजे पुलिस ने उनके परिजनों को फोन पर सूचना दी। परिजन रात को ही जिला अस्पताल पहुंच गए। पुलिस ने परिजनों का बयान दर्ज किया और बुधवार की सुबह उसका पोस्टमार्टम कराकर शव को परिजनों को सौंप लिया। टीआई विवेक पांडेय ने बताया कि बंदी के सीने में अचानक दर्द हुई और उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों के मुताबिक उसकी हार्ट अटैक से मौत हुई है। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद उसकी
मौत के वास्तविक कारणों का पता चल पाएगा।
धारा 420 मामले में था जेल में
पुलिस ने बताया कि गौरव तंबोली पिता पंचराम धारा ४२० मामले में जेल में बंद था। वह बीते 5 अगस्त 2018 से बतौर विचाराधीन बंदी के रूप में निरुद्ध था। बताया जा रहा है कि गांव में रुपए के लेन-देन मामले में वह मध्यस्थता की थी। विवाद बढ़ गया और उसे भी साथी के साथ मध्यस्थता करना महंगा पड़ गया और उसे अब तक जेल में निरूद्ध होना पड़ गया था। उसे जमानत अब तक नहीं मिली थी। आखिरकार उसकी मौत
हो गई। उसकी मौत पर परिजन रोते बिलखते नजर आए।
दो माह पहले भी हुई थी मौत
जिला जेल जांजगीर में दीवाली की रात भी एक विचाराधीन बंदी की मौत हो गई थी। बताया गया था कि बंदी बीमार था। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बंदी चोरी के आरोप में अगस्त माह में जेल में निरूद्ध था। मुलमुला थानांतर्गत ग्राम नरियरा निवासी नरेंद्र कुमार बरेठ पिता सुरित राम (२५) अगस्त माह में पुलिस रिकार्ड में स्थायी वारंटी था। उस पर चोरी का आरोप था और वह फरारी काट रहा था। मुलमुला पुलिस ने उसे १४ अगस्त को गिरफ्तार कर जेल दाखिल किया था। दीवाली की रात उसकी तबीयत अचानक खराब हो गई। उसे तेज बुखार आ गया। उसे गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी।
जेल में निरुद्ध विचाराधीन बंदी की मौत हार्ट अटैक से हुई है। इस संबंध में परिजनों का किसी तरह का आरोप नहीं है। शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया है।
-विवेक पांडेय, टीआई कोतवाली
Published on:
10 Jan 2019 01:47 pm
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