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#पहले एसएमएस अलर्ट बंद किया फिर 13 किस्तों में खाते से निकाले 52 हजार

locationजांजगीर चंपाPublished: Oct 27, 2018 08:51:39 pm

Submitted by:

Shiv Singh

पीडि़त महिला थाना, बैंक के चक्कर लगाने के बाद पहुंची एसपी आफिस

पीडि़त महिला थाना, बैंक के चक्कर लगाने के बाद पहुंची एसपी आफिस

पीडि़त महिला थाना, बैंक के चक्कर लगाने के बाद पहुंची एसपी आफिस

जांजगीर-चांपा. जिले के हसौद थाना क्षेत्र स्थित एक महिला ग्राहक के खाते से अजीबो गरीब तरीके से 52 हजार रुपए की निकासी करने का मामला सामने आया है। पीडि़त महिला के खाते से जुड़े मोबाइल नंबर पर पहले एसएमएस सेवा को बाधित की गई। उसके बाद 13 किस्तों में उक्त राशि का किसी अन्य खाता में ट्रांसफर किया गया है।
खास बात तो यह है कि पुलिस के साथ बैंक के अधिकारी भी 52 हजार रुपए की इस निकासी के बारेमें कुछ भी समझ नहीं पा रहे हैं। ऐसी स्थिति में बीमारी महिला, अपने बेटे के साथ एसपी कार्यालय पहुंच कर पुलिस के आला अधिकारी से शिकायत की। एसपी ने मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करने का भरोसा दिया है।

ना कोई फोन कॉल, ना कोई अंगूठा के निशान। उसके बावजूद एक महिला के खाते से 52 हजार रुपए से अधिक की राशि पार हो गई है। मिली जानकारी के अनुसार यह मामला हसौद थाना क्षेत्र के ग्राम धमनी नरियरा का है। जहां 58 वर्षीय महिला बुधियारिन बाई पति रामसिंह मधुकर का जनधन खाता, एसबीआई के जैजैपुर शाखा है।
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वहीं कियोस्क बैंक से महिला अपन लेन-देन करती थी। जिसकी सूचना बकायदा एसएमएस अलर्ट के जरिए महिला के बेटे नरेंद्र मधुकर के पास पहुंचता था। क्योंकि नरेंद्र का नंबर ही उक्त खाता से लिंक कराया गया है। 3 अगस्त 2018 तक उनके खाते में 59 हजार 433 रुपए सुरक्षित थे। पर उसके बाद उनके मोबाइल में रसोई गैस की सब्सिडी व अन्य लेन-देन के मैसेज नहीं आ रहे थे। कुछ तकनीकी खराबी का अनुमान लगा कर संबंधित परिजनों ने भी ध्यान नहीं दिया।
पर कुछ माह बाद जब उक्त खाते से राशि निकालने से पहले बैलेस को चेक किया गया तो संबंधित परिजनों के होश ही उड़ गए। जिस खाते में 59 हजार 433 रुपए थे। उसमें महज 5200 रुपए के करीब राशि शेष बची हुई थी। एसपी नीतू कमल ने मामले की जांच कर पीडि़त परिवार को उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है।

आनन-फानन में पहुंचे बैंक
खाता से 52 हजार रुपए से अधिक की राशि गायब होने पर पीडि़त द्वारा सबसे पहले मिनी स्टेटमेंट निकाला गया। जिसमें कई बार उक्त खाता से दूसरे खाता में राशि का ट्रांसफर होना दिखा रहा है। ऐसे में, पीडि़त बैंक पहुंच कर जब स्टेंटमेंट निकाला तो उनके होश उड़ गए। उनके एसएमएस अलर्ट की सुविधा को बे्रक कर 7 जुलाई से ही खाता से राशि को पार करने का सिलसिला जारी हो गया था। जो 13 किस्तों में 52 हजार रुपए से अधिक की निकासी की गई है।


थाना व बैंक ने खड़े किए हाथ
जनधन खाता से 52 हजार रुपए पार होने की शिकायत लेकर परिजन बैंक पहुंचे तो बैंक के जिम्मेदार अधिकारी भी इस मामले में पल्ला झाडते नजर आए। पीडि़त महिला के बेटे नरेंद्र ने बताया कि बैंकर्स इस तरह से ठगी की बात को मानने से इंकार कर रहे हैं। वहीं इस मामले में थाने में शिकायत करने की नसीहत देकर खुद को इस पूरे मामले से दूर कर लिया। पीडि़त परिवार हसौर थाने पहुंच की शिकायत की। पर उसकी शिकायत कई दिनों तक थाने में रखने के बाद उक्त ट्रांसफर वाले खाता की जांच नहीं करने का आरोप, पीडि़त परिजन लगा रहे हैं। यहीं वजह है कि थक-हार के वो एसपी कार्यालय पहुंचे हुए थे।


भविष्य के लिए रखे थे रुपए
पीडि़त महिला बुधियारिन बाई ने बताया कि उनका एक बेटा पुलिस में था। बिजली करंट से कुछ दिन पहले उसकी मौत हो गई। पर उसके द्वारा दिए जाने वाले रुपए को वो संभाल कर रखती है। घरवालों ने कहा कि घर से बेहतर होगा कि उक्त रुपए को बैंक में खाता खोल कर जमा कर दो। जिसे जरुरत के हिसाब से एटीएम कार्ड से निकाला जा सकता है। यहीं सोच कर महिला ने बैंक में खाता खुलवाया और रुपए जमा करवाए। पर अब बैंक खाता से भी रुपए पार हो गए। जिसकी वजह से पीडि़ता महिला, अब बैंक पर भी विश्वास नहीं होने की बात कह रही है।

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