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बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़, कोचिंग के नाम पर फर्जी स्कूल हो रहा संचालित

बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करते हुए कोचिंग सेंटर के नाम पर एक फर्जी स्कूल संचालित किया जा रहा है। जहां स्कूल में डेढ़ सौ के करीब बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं, लेकिन इस स्कूल का कहीं कोई मान्यता नहीं है। शिक्षा को व्यापार बनाने के उद्देश्य से संस्था संचालक दूसरे ब्लॉक के स्कूल में प्रवेश देकर बच्चों को बिना सुविधा दिए अन्य ब्लॉक में फर्जी स्कूल संचालित कर रहा है।

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बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़, कोचिंग के नाम पर फर्जी स्कूल हो रहा संचालित

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बच्चों को सुनहरा भविष्य बनाने का सपना दिखाकर कोचिंग संस्थान के नाम पर फर्जी स्कूल पामगढ़ ब्लॉक के गांव धरदेई में संचालित किया जा रहा है। यहां ९वीं से १२वीं क्लास में करीब १४० बच्चे अध्यनरत है। बच्चे अध्ययन तो कोचिंग संस्थान (फर्जी स्कूल) में करते हैं, लेकिन उनका प्रवेश किसी अन्य स्कूल में है। सबसे बड़ी बात यह है कि यह बिना मान्यता के फर्जी स्कूल तीन साल से संचालित हो रहा है। तीन साल से बिना मान्यता के स्कूल संचालित होने के बाद भी शिक्षा विभाग के अधिकारियों की नजर इस पर नहीं पड़ी। इसके अलावा इस फर्जी स्कूल में किसी प्रकार की सुविधा नहीं है और प्रत्येक बच्चों से ६ हजार रुपए मोटी रकम वसूल किया जाता है। बच्चों को टेबल कुर्सी के बजाय जमीन में बैठकर अध्ययन का कार्य कर रहे हैं। इसकी शिकायत भी बीईओ कार्यालय में हुई है। शिकायतकर्ता के अनुसार धरदेई में कोचिग सेंटर के आड़ में फर्जी स्कूल संचालित किया जा रहा है। जहां राजश्री छत्रपति साहू हाईस्कूल सेमरा के संचालक द्वारा इस स्कूल को फर्जी तरीके से संचालित किया जा रहा है। धरदेई फर्जी स्कूल करीब १४० बच्चे अध्ययनरत है, जो बोर्ड सहित लोकल की मुख्य परीक्षा को दिलाने १२ से १५ किमी दूर सेमरा स्कूल जाते हैं। शिक्षा को व्यापार बनाने वाले स्कूल संचालक के खिलाफ तीन साल बाद भी आज तक कार्रवाई नहीं हो सकी है।
तत्कालीन बीईओ के जांच के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
जानकारी के अनुसार तत्कालीन बीईओ फर्जी स्कूल धरदेई में जांच करने पहुंचे थे, जांच में मामला सही भी पाया गया था। बीईओ ने सभी छात्र-छात्राओं को वहां से भगा दिया था। इसके बाद जांच की कार्रवाई आगे नहीं बढ़ी। फिर तत्कालीन बीईओ का ट्रांसफर होने के बाद पहले की तरह स्कूल संचालित किया जा रहा है।
स्कूल टाइम में संचालित होते है कोचिंग संस्थान
धरदेई में कक्षा 10 वीं, 11वीं व 12वीं की क्लास लगाई जाती है। संस्थान के बच्चों से पूछताछ करने पर पता चला कि संस्थान में कक्षाएं सुबह 7 से दोपहर 1 बजे तक चलती है जो नियमानुसार गलत है, जबकि बच्चों का पंजीयन अन्य निजी स्कूलों में हो रहा है। नियमानुसार कोचिंग संस्थान विद्यालय समय बाद संचालित होने चाहिए। जबकि यहां सभी छात्र-छात्राएं स्कूली ड्रेस में स्कूल पहुंचती है।
वर्जन
धरदेई के सेंटर में पढ़ाई करने वाले बच्चों का प्रवेश सेमरा स्कूल में ही है। वहां के सभी बच्चे परीक्षा दिलाने यहां आते हैं। यह नियम के अनुसार गलत तो है।
पुरूषोत्तम कश्यप, प्राचार्य, राजश्री छत्रपति साहू स्कूल सेमरा
वर्जन
लोहर्सी से वापसी समय में धरदेई में छात्रों की भीड़ देखने पर भवन अंदर जाकर देखने पर बच्चे पढ़ाई कर रहे थे। उस भवन के सामने में मास्टरमाइंड कोचिंग संस्थान लिखा हुआ था। इसकी जांच के पहले ही मेरा ट्रांसफर हो गया।
राजेन्द्र शुक्ला, तत्कालीन बीईओ पामगढ़
वर्जन
इस संबंध में अब तक शिकायत नहीं मिली है। अगर ऐसा है तो गलत है। जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
जेआर शास्त्री, बीईओ पामगढ़
वर्जन
पढ़ाई कहीं और प्रवेश किसी अन्य स्कूल में है तो यह बात गलत है। इसकी जानकारी नहीं है। जांच के बाद संबंधित स्कूल संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
एचआर सोम, डीईओ
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