क्षेत्र के लोगों को बुधवार की रात लगभग 12 बजे पता चला कि हाथी इस इलाके में घूम रहा है। सुबह 4 बजे भोर को ईमिल लकड़ा के घर को हाथी ने तोड़ कर ध्वस्त कर दिया, और घर में रखे अनाज को खाने की कोशिश की। हादसे में हाथी ने ईमिल के घर के तीन दीवार और छप्पर को नुकसान पहुंचाया है। सुबह 5:30 बजे क्षेत्र की बीडीसी मेरी कृपा को जानकारी मिली तो, वो तत्काल क्षतिग्रस्त स्थल को देखने पहुंची तथा वहां जाकर वन विभाग के नाका एवं रेंजर को काफी देर तक जानकारी देने के लिए फोन करती रहीं लेकिन उन्होंने 9 बजे तक फोन नहीं उठाया। बाद में सीईओ जनपद पंचायत को फोन करने के बाद नाका को उन्होंने घटना स्थल में भेजा उसके बाद प्रकरण का मकान नुकसान का पंचनामा किया गया।
दो घंटे के बाद मिली ग्रामीण की लाश- घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक कुनकुरी के जोकबहला पंचायत क्षेत्र अंतर्गत आने वाले गैंती पहरी जंगल में ग्राम कोटिया निवासी रातु राम यादव ६० वर्ष पेड़ का डगाल तोडऩे गया था। इस दौरान जंगल में अचानक रातू राम यादव का सामना हाथी से हो गया, जहां हाथी ने पहले तो मृतक के पैरों को रौंदा और उसके बाद उसे सूंड से उठाकर 5 मीटर दूर फेंक डाला। जिससे वृद्ध की दर्दनाक मौत हो गइ। मृतक के परिजनो ने बताया कि साढ़े ग्यारह बजे लगभग गांव के बुजुर्ग रातू राम जंगल की ओर डाल का टुकड़ा लेने गए, 12 बजे तक वापस नहीं आने पर गांव के कुछ लोगों के द्वारा जंगल की ओर खोज पड़ताल की गई, काफी मशक्कत के बाद लगभग 2 बजे रातू राम की लाश जंगल में पड़ी मिली। जिसके बाद विधायक, डीडीसी एवं बीडीसी के आने के बाद लाश जंगल से निकाला गया और मुक्तांजलि वाहन से शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।