जौनपुर. केराकत में सोमवार को हिंदू युवा वाहिनी का उग्र प्रदर्शन एक चिंगारी मात्र थी। 15 अगस्त को देश विरोधी नारेबाजी हुई तब से रोजाना कुछ न कुछ होता ही आया। रविवार को शांति समिति की बैठक भी हुई, लेकिन नतीजा सिफर रहा। व्यापरियों ने साफ शब्दों में कह दिया कि कार्रवाई नहीं होने पर दुकानें बंद रख प्रदर्शन होगा।
प्रभात फेरी के दौरान एक मदरसे के छात्रों ने देश विरोधी नारेबाजी की। इसके बाद रोजाना छिटपुट विरोध होता रहा। कभी तहसील स्तर पर तो कभी जिला स्तर पर। धीरे-धीरे केराकत सुलगने लगा, लेकिन पुलिस व प्रशासन के जिम्मेदारों ने इस ओर पीठ कर ली। व्यापारी से लेकर कई संगठन खुल कर सामने आ गए। हिंदू युवा वाहिनी ने भी मोर्चा खोला।
हालात बिगड़ते देख रविवार को शांति समिति की बैठक भी हुई, लेकिन मामला हल नहीं किया जा सका। व्यापारी अड़ गए कि विरोध में सोमवार को दुकानें बंद रहेंगी। इसके बाद भी प्रशासन हालात को नहीं भांप सका। सोमवार को बंदी के दौरान हिंदू युवा वाहिनी ने नारेबाजी व प्रदर्शन किया। मांग उठाई कि प्रबंधक को गिरफ्तार किया जाए। प्रदर्शन को देख दूसरे समुदाय में भी तनाव पैदा होने लगा।
गली से लेकर सड़क तक सन्नाटा पसर गया। हालात बिगड़े तो डीएम भानुचंद्र गोस्वामी और एसपी अतुल सक्सेना ने केराकत पहुंच कर कमान संभाली। प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए लाठी भी भांजी गई। स्थिति संभालने के लिए पुलिस व पीएसी बल तैनात कर दिया गया। कुछ गिरफ्तार भी किए गए।
शाम होते-होते लगा कि अब हालात काबू में है, लेकिन ये भी डर है कि इस चिंगारी को जरा भी हवा लगी तो शोला बन जाएगी। कस्बे में दोनों वर्ग खौफजदा हैं। सुरक्षा को लेकर भी संशय बरकरार है। एसपी अतुल सक्सेना का कहना है कि 6 थाने की फोर्स तैनात है। 2 कंपनी पीएसी पहले ही तैनात की गई थी। 3 कंपनी बाहर से भी बुलाई गई है। दोनों वर्गों से बात हुई। हालात सामान्य हैं।