छात्र कॉलेज प्रशासन से लेकर डीएम तक से बातचीत कर चुके हैं, लेकिन आज तक चुनाव की तारीख तय नहीं किया गया। छात्र नेता गौरव सिंह के नेतृत्व में दर्जनों छात्रों ने कॉलेज में प्राचार्य से मिलकर बातचीत करना चाहा, लेकिन उन्होंने शाम को बात करने को कहा था। शाम को छात्रों ने प्राचार्य के मोबाईल पर फोन किया तो उन्होंने रिसिव नहीं किया। गुस्साएं छात्रों ने प्रचार्य आवास पर पहुंचकर घेराव कर दिया। छात्रों के आक्रोश को देखते हुए किसी लाइनबाजार थाने की पुलिस को फोन कर दिया। सूचना मिलते ही भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचकर आधा दर्जन छात्र नेताओं को हिरासत में लेकर थाने ले गई। छात्र नेताओं को हिरासत में लिए जाने की खबर मिलते ही भारी संख्या में छात्र थाने पहुंच गये है। बातचीत के बाद छात्रों को रिहा कर दिया गया।
यह भी पढ़ें- उम्मीदवारों की सम्पत्ति पर रहेगी आयकर की निगाहें निकाय चुनाव के उम्मीदवारों पर आयकर अधिकारियों की विशेष नजर रहेगी। उम्मीदवारों द्वारा घोषित सम्पत्ति आदि की जांच आयकर अधिकारी करेंगे। निकाय चुनाव की घोषणा हो चुकी है। निकाय चुनाव में आयकर विभाग दो तरह से मोर्चा संभालने जा रहा है। चुनाव के दौरान रुपये ले जाने वालों को जिला प्रशासन पकड़ेगा तो उसके खिलाफ आयकर विभाग की जांच अनुभाग के अधिकारियों द्वारा कार्रवाई की जाएगी। जांच अनुभाग की टीम उम्मीदवार के खर्च आदि की जांच करेगा। आयकर विभाग के प्रशानिक अनुभाग द्वारा उम्मीदवारो की सम्पत्ति व आय के ब्योरे पर नजर रखी जाएगी। नामांकन करने वाले उम्मीदवारों को सम्पत्तिए सोना चांदीए बैंकों में जमा रुपये आदि की जानकारी देनी पड़ती है और आय का जरिया भी बताना पड़ता है। आयकर विभाग अधिकारी नामांकन दाखिल करने वाले उम्मीदवारों की सम्पत्ति आदि की सूचना एकत्रित करेगा और उसकी जांच भी कराएगा। इससे यह पता चल जाएगा कि उम्मीदावरों ने सम्पत्ति की सही सूचना दी है या नहीं। घोषित आय से अधिक सम्पत्ति मिलने या आयकर का अघोषित स्त्रोत मिलने पर आयकर विभाग उम्मीदवारों से खिलाफ कार्रवाई करेगा और वसूली की जाएगी। आयकर कार्यालय के सूत्रों ने बताया है कि निकाय चुनाव में भाग लेने वाले उम्मीदवारों द्वारा घोषित आय व सम्पत्ति की सूचना एकत्रित कराएंगे। उसकी आय व संपत्ति की आयकर विभाग द्वारा जांच की जाएगी। घोषित आय से अधिक सम्पत्ति मिलने पर कार्रवाई होगी।
input- जावेद अहमद