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आदेश के नाम पर भर ली जेब, गांवों में सोडियम हाइपोक्लोराइड के मार दिए छींटे

कोरोना महामारी में भी सरकारी कारिन्दों का कारनामा

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आदेश के नाम पर भर ली जेब, गांवों में सोडियम के मार दिए छींटे

कोरोना महामारी में भी सरकारी कारिन्दों का कारनामा

अरुण त्रिपाठी
झालावाड़. कोरोना संक्रमण काल में जहां हर कोई अपना कर्तव्य निष्ठापूर्वक निभा रहा है। इतना ही नहीं समाजसेवी व भामाशाह गरीबों और जरूरतमंदों को राहत सामग्री पहुंचा रहे हैं। इस तरह के माहौल में भी कुछ सरकारी कर्मचारी अपना फायदा ही देख रहे हैं। उन्हें सरकार की आर्थिक स्थिति से कोई लेना-देना ही नहीं है। कम रेट में मिलने वाले सोडियम हाइपोक्लोराइड को बहुत अधिक कीमत पर खरीद कर सरकार को लाखों का चूना लगा रहे हैं। इतना ही खुद को बचाने के लिए बिल भी ग्राम पंचायतों के नाम पर भिजवाए जा रहे हैं।
ताजा मामला भवानीमंडी पंचायत समिति का है। गत दिनों राज्य सरकार ने कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए सभी पंचायत समितियों में सोडियम हाइपोक्लोराइड का छिड़काव कराने के निर्देश दिए थे। इसी का फायदा उठाते हुए 27 ग्राम पंचायतों के 133 गांवों में छिड़काव के लिए सोडियम हाइपोक्लोराइड खरीदा गया। इसके बाद सरकारी धन डकारने की नियत से जिला प्रशासन से तालमेल किए बगैर कोटा की एक निजी फर्म से लगभग साढ़े 6 गुना ज्यादा कीमत 116 रुपए प्रति लीटर पर खरीद लिया। जबकि यही सोडियम हाइपोक्लोराइड डीसीएम कोटा से ही जीएसटी सहित 18 रुपए प्रति लीटर में मिल रहा है।
दो पंचायत समितियों में हो चुके मामले उजागर
जिले में सबसे पहले सुनेल पंचायत समिति की 44 ग्राम पंचायतों के 218 गांवों में 37 रुपए 30 पैसे प्रति लीटर के हिसाब से जयपुर की एक निजी फर्म से सोडियम हाइपोक्लोराइड खरीदा। इसी प्रकार पंचायत समिति खानपुर (भीमसागर) में तीन गुनी कीमत पर 50 रुपए प्रति लीटर में सोडियम हाइपोक्लोराइड कोटा की तलमंडी स्थित फर्म से खरीदा गया। यदि जिले की बची हुई 5 पंचायत समितियों की जांच की जाएं तो वहां भी धांधली उजागर हो सकती है।
सरकारी रुपए जीमने वालों की हो जांच
यदि प्रशासन इन पंचायत समितियों में गंभीरता के साथ जांच कराए तो सरकारी रुपयों को जीमने वाले कारिन्दों की संख्या बढ़ सकती है। इसकी जांच होनी चाहीए।
जांच में लीपापौती
पंचायत समिति सुनेल और खानपुर में हुई धांधली के मामले में जांचकर्ता लगातार सही रिपोर्ट पेश नहीं कर रहे हैं। अब इसे सरकारी कारिन्दों को बचाने का प्रयास कहें या मजबूरी जिम्मेदार तो जितनी जल्दी हो सके इसे मामले को रफा-दफा करने में जुटे हैं।
जिले में हैं 8 पंचायत समितियां
जिले में कुल 8 पंचायत समितियां हैं। झालरापाटन की 30 ग्राम पंचायतों में 216 गांव, भवानीमंडी की 27 ग्राम पंचायतों में 133 गांव, सुनेल की 44 ग्राम पंचायतों में 218 गांव, खानपुर की 38 ग्राम पंचायतों में 207 गांव, अकलेरा की 31 ग्राम पंचायतों में लगभग 221 गांव, मनोहरथाना की 27 ग्राम पंचायतों में 195 गांव, डग की 32 ग्राम पंचायतों में 192 गांव और बकानी की 25 ग्राम पंचायतों में 175 गांव हैं।
-ग्राम पंचायतों में सोडियम हाइपोक्लोराइड किस रेट में खरीदा गया, इसकी मुझे जानकारी नहीं है। सरकार की ओर से रुपए उन्हीं के खातों में आए थे। ग्राम पंचायतों ने अपने हिसाब से खरीद की है। पंचायत समिति के लिए जरूर चिकित्सा विभाग की ओर से 70 लीटर आवंटन हुआ था, जिसका छिड़काव करा दिया है।
संजय गोयल, विकास अधिकारी, पंचायत समिति भवानीमंडी
-सरकार के आदेश के बाद कोरोना नियंत्रण के लिए ग्राम पंचायतों में तुरंत सोडियम हाइपोक्लोराइड का छिड़काव कराया है।
रामजीवन मीणा, सीईओ, जिला परिषद, झालावाड़

429 घरों में 2232 लोगों की हुई स्क्रीनिंग, 12 बजे के बाद सन्नाटा
-जीरो मोबिलिटी क्षेत्र के परिवारों को आटा उपलब्ध कराया
झालरापाटन. कोरोना से चल रही जंग के दौरान चिकित्सादल के 12 सदस्यों ने 429 घरों मेें 2232 लोगों की स्क्रीनिंग की। नगर में 5 कोरोना पॉजीटिव पाए जाने के बाद इनमें से अधिकांश जनों के दूसरी जांच में भी नेगेटिव मिलने से लोगों ने राहत की सांस महसूस की।
कोरोना पॉजीटिव रोगियों के कारण प्रशासन ने इन क्षेत्रों को लॉकडाउन के दौरान जीरो मोबिलिटी क्षेत्र घोषित किया है, इससेे क्षेत्र में रहने वालेे परिवार अपने घरों में ही रह रहे हंै। इसके अलावा अन्य क्षेत्र में भी सुबह 11 बजे तक आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुलने से लोग जरूरत की सामग्री लेकर अपने घरों में पहुंच जाते हैं। पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त होने से दोपहर बाद पूरे नगर में हर तरफ सन्नाटा हो जाता है।
जीरो मोबिलिटी क्षेत्र में कुछ परिवारों को गेहूं पिसाने के लिए आ रही परेशानी को देखते हुए व्यापार सेवा समिति ने इन परिवारों को आटा उपलब्ध कराया। इसके अलावा प्रशासन की ओर से जरूरत की अन्य सभी वस्तुएं इन्हें घर पर उपलब्ध कराई जा रही हैं। चिकित्साकर्मी प्रमोद मीणा, केवल सुमन, अनिल जोशी, आंगन बाड़ी कार्यकर्ता अनिता जोशी ने वार्ड 11 में विनोद भवन के पीछे 20 घरों के 155 सदस्यों की स्क्रीनिंग की।
इम्यूनिटी बूस्टर क्वाथ पिलाया
वहीं आयुर्वेद विभाग के तत्वावधान में आयुष विभाग की गाइडलाइन के तहत मंगलवार को क्वारंटाइन सेन्टर पर आयुर्वेद औषधीय युक्त इम्यूनिटी बूस्टर क्वाथ पिलाया। समन्वयक डॉ. विनोद शर्मा ने बताया कि डॉ. कौशल सामरिया, कम्पाउंडर संजीव गुर्जर, परिचारक सुश्रुत शर्मा नेे झालावाड़ आरटीडीसी होटल में क्वारंटीन किए गए एसआरजी चिकित्सालय के रेजीडेंट डॉक्टर्स को तथा डॉ. मुकेश वर्मा, कम्पाउंडर मुराद खान, नंदकिशोर कारपेंटर, मनीष मेहरा, परिचारक रामगोपाल मीणा व तंवर कंवर ने इंजीनियरिंग कॉलेज में क्वारंटीन किए लोगों को क्वाथ पिलाया।
145 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव
झालावाड़. जनाना चिकित्सालय में दो विभाग मरीजों के लिए खोलने के बाद बुधवार से एसआरजी चिकित्सालय में प्रथम चरण में ऑर्थोपेडिक वार्ड खोला जाएगा। चिकित्सालय अधीक्षक ने बताया कि अभी गंभीर व ऑपरेशन योग्य मरीजों के लिए ही सुविधा उपलब्ध रहेगी। विभाग के एचओडी अतिआवश्यक ऑपरेशन योग्य मरीजों को भर्ती कर सकेंगे।
राहत
मेडिकल कॉलेज की लैब में प्रथम चरण में 145 मरीजों के सैंपल कोरोना जांच के लगाए गए थे। सभी सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।


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