
राजस्थान के इस जिले में आए थे गुरुनानक देव, यह कहा था...
झालावाड़. शहर के आनंद विहार में संत पीपाजी धाम की तर्ज पर गुरुद्वारा का निर्माण किया जा रहा है। यह कार्य अगले साल तक पूरा हो जाएगा। यह गुरुद्वारा जिले में सबसे बड़ा गुरुद्वारा होगा।
साथ ही इसकी बनावट संत पीपाजी धाम का अहसास दिलाएगी। फिलहाल इसका काम प्रथम चरण में चल रहा है। यह तीन चरणों में किया जाएगा। समाज के बलङ्क्षवदर ङ्क्षसह बि_ल ने बताया कि गुरुद्वारा ङ्क्षसह सभा की ओर से गुरुद्वारा का निर्माण कराया जा रहा है। इसका निर्माण में करीब दो करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। समाज की ओर से ही इसके लिए राशि और सामग्री लगाई जा रही है। इसका काम तीन चरणों में होगा। वर्तमान में प्रथम चरण में काम चल रहा है। इसमें आठ हजार वर्ग फीट में दरबार साहब हॉल बनाया जा रहा है।
बनेगा गार्डन
यहां 30 हजार वर्गफीट भूमि पर गार्डन विकसित किया जाएगा। इसमें फव्वारें, झूले और फूलदार पौधे लगाए जाएंगे। इसके साथ ही संगत के बैठने के लिए बैठक की व्यवस्था भी की जाएगी। यहां दो प्रवेश द्वार बनाए जाएंगे। यह द्वार 15 फीट ऊंचे और करीब 20 फीट चौड़े होंगे।
46 हजार वर्गफीट जमीन
मुख्य सेवादार राजकुमार काशवानी व सहयोगी सेवादार नीलम भाटिया ने बताया कि गुरुद्वारा के लिए यहां कुल 46 हजार वर्ग फीट जमीन है। इसमें से 15 हजार वर्ग फीट पर इसका निर्माण कार्य किया जा रहा है। इसमें दरबार साहब हॉल के साथ ही दूसरे चरण में 12 रिहायशी कमरे बनाए जाएंगे। तीसरे चरण में लंगर हॉल, कॉमन रूप बनाया जाएगा। यह दोनों 4-4 हजार वर्ग फीट में बनाए जाएंगे।
किए थे पीपाजी की गुफा के दर्शन
इतिहासकार ललित शर्मा ने बताया कि गुरुनानक साहब धर्मयात्रा पर निकले थे। उस समय वह झालावाड़ में पीपाजी के मठ पर आए थे। यहां पीपाजी के भक्त हरिदास नामी ने उन्हें संत पीपाजी की गुफा के दर्शन कराए थे। यहां गुरुनानक जी ने हरिदास नामी को अकालपूरक सतनाम का उपदेश दिया था। गुरुगं्रथ साहिब में भी संत पीपाजी के पद शामिल है। यह झालावाड़ के लिए एक गौरव की बात है। गुरुनानक देव व संत पीपाजी की याद में ही गुरुद्वारा का निर्माण संत पीपाजी धाम की तर्ज पर किया जा रहा है।
Published on:
08 Nov 2022 07:01 pm
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