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जन्मप्रमाण में संशोधन के अवैध रूप से वसूले जा रहे डेढ़ सौ रुपए, संभागीय आयुक्त ने दिए कार्रवाई के निर्देश

- अवैध वसूली पर सख्त दिखे संभागीय आयुक्त

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आयुक्त व अन्य कर्मचारियों को फटकारते हुए संभागीय आयुक्त

झालावाड़ नगर परिषद में आयोजित समस्या समाधान शिविर में खुले आम अवैध वसूली करते हुए निजी व्यक्ति को स्वयं संभागीय आयुक्त ने पकड़ा। संभागीय आयुक्त अनिल कुमार अग्रवाल गुरुवार को नगर परिषद में आयोजित समस्या समाधान शिविर का औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान गेट के अंदर जाते ही एक महिला ने अग्रवाल से शिकायत कर दी। नोटरी के नाम पर महिला से 150 रुपए लिए गए थे, इस पर संबंधित व्यक्ति से आवेदन लेकर पूछा कि किस बात के डेढ़ सौ रुपए ले रहे हो तो निजी व्यक्ति जवाब नहीं दे पाया।

बाद में बोला कि नोटेरी के लिए है, जब आवेदन पर नोटेरी व सील देखी तो वो भी नहीं मिली। इस पर संभागीय आयुक्त ने डेढ़ सौ रूपए लिए जाने की जांच उपखंड अधिकारी अभिषेक चारण को करने के निर्देश दिए। इससे पहले नगर परिषद में पांच रूपए आवेदन के व दस रूपए मार्क किए जाने के लेने व रसीद नहीं दिए जाने व कोई हिसाब नहीं होने के मामले की भी जांच करने के लिए कहा। अग्रवाल ने कहा कि कोई भी सरकारी राशि समय से जमा नहीं कराने व रसीद नहीं देने का मामला अनियमितता की श्रेणी में आता है। आयुक्त ने आगे से रसीद देकर उसका पूरा हिसाब रखने के लिए कहा है।मौके पर जिम्मेदार अ​धिकारी के नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त की।

अंदर करवा दूंगा-

निजी व्यक्ति द्वारा बिना स्टाम्प के डेढ़ सौ रुपए लिए जाने पर आयुक्त ने कहा कि किस बात के पैसे लिए जवाब दो, नहीं तो अंदर करवा दूंगा। इस पर निजी व्यक्ति ने कहा कि वकील ही सौ रूपए लेता है।निजी व्यक्ति पर नोटेरी का कोई रजिस्टर भी मौके पर नहीं मिला।

प्रचार-प्रसार के दिए निदे्रश-

संभागीय आयुक्त ने ऊपर चल रहे शिविर में संबंधित कार्मिक से जानकारी ली और जिम्मेदारी से काम करने के लिए कहा। ईमित्र वालों से भी बात की। इसी दौरान भूमि शाखा के कार्मिकों से निर्माण स्वीकृति समय से देने के लिए कहा। चार फाइल रखी होने पर उन पर हस्ताक्षर नहीं होने से मौके पर ही आयुक्त मीणा को हस्ताक्षर करने के निदे्रश दिए। इसके बाद परिषद के कार्मिकों का रजिस्टर देखा जिसमें नाम के नीच कौन-क्या जिम्मेदारी निभा रहा, ये भी लिखने के लिए कहा। अग्रवाल ने कार्यवाहक आयुक्त नरेन्द्र कुमार मीणा व नगर परिषद एक्सईएन मनीष शर्मा को शिविर का प्रचार-प्रसार करने के लिए कहा। साथ ही परिषद के बाहर बोर्ड लगाने की कहा ताकि, लोगों को पता चल सके।

आयुक्त लगाने के लिए कहा-

नगर परिषद में लंबे समय से स्थायी आयुक्त नहीं होने से शहरवासियों के कई काम प्रभावित हो रहे हैं। इस पर संभागीय आयुक्त ने उच्चाधिकारियों को बैठक में अवगत कराकर परिषद में जल्दी ही स्थायी आयुक्त लगवाने के लिए कहा। सभी कार्यवाहक आयुक्त के पास झालरापाटन तहसीलदार व पंजीयन कार्यालय का प्रभार होने से वो नगर परिषद में बिलकुल समय नहीं दे पाते हैं। ऐसे में शहरवासियों के कई छोटे-छोटे काम भी नहीं हो पा रहे।

पीडि़तों ने दिए ज्ञापन-

इस दौरान नगर परिषद में पट्टों के लिए तीन साल से घुम रहे लोगों ने संभागीय आयुक्त को ज्ञापन देकर उनका काम करवाने के लिए कहा। नगर परिषद में 36 पट्टे ऐसे है, जिन लोगों ने तीन साल से पूरी राशि जमा करवा रखी है, लेकिन उनको अभी तक पट्टे जारी नहीं किए गए है। एक महिला ने इसकी शिकायत की, इस पर सभापति प्रदीप सिंह राजावत ने कहा कि ये सभी गरीब लोग है, इनके पट्टों में थोड़ी शिथिलता हो दी जाएं तो अच्छा रहे। इस पर अग्रवाल ने लैटर बनवाकर देने के लिए कहा। इस मौके पर नगर परिषद के कई अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।