
कैसे पक्षी को देखकर मनुष्य ने हवाई जहाज में उडऩा सीखा... पढ़े
झालावाड़.जिला प्रशासन एवं वन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में दो दिवसीय द्वितीय पक्षी उत्सव का शुभारम्भ शकु्रवार को मनोहरथाना विधायक कंवरलाल मीणा के मुख्य आतिथ्य में सेन्टर ऑफ एक्सिलेंस मेण्डरिन में किया गया। मुख्य अतिथि मीणा ने कहा कि पक्षी प्रकृति के संरक्षक हैं इनके बिना प्रकृति की कल्पना नहीं की जा सकती है। विशिष्ट अतिथि जिला प्रमुख टीना भील ने कहा कि पक्षियों से प्रेम करें उन्हें सताए नहीं।
जिले में 225 देखी-विदेश पक्षी करते है अठखेलियां-
अध्यक्षता कर रहे जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने कहा कि झालावाड़ प्राकृतिक सम्पदा से परिपूर्ण राजस्थान का एकमात्र ऐसा जिला है जहां पर करीब 1200 एमएम वर्षा, 12 छोटी-बड़ी नदियां, 85 के करीब छोटे-बड़े बांध हैं जहां प्रकृति के अनुकूल वातावरण में करीब 225 प्रजातियों के देशी-विदेशी पक्षी अठखेलियां करते हुए देखे जा सकते हैं।
पक्षी उत्सव का उद्देश्य प्रकृति से जोडऩा-
सोनी ने कहा कि पक्षी उत्सव का उद्देश्यजिले के लोगों में प्रकृति से जुड़ाव पैदा करना है। उन्होंने छात्रों से कहा कि वह वाट्सएप, फेसबुक की दुनिया से बाहर आकर प्राकृतिक सम्पदा को देखें और अपने जीवन में नई उर्जा और ताजगी का संचार करें। पुलिस अधीक्षक आनन्द शर्मा ने कहा कि यह प्रकृति के संरक्षण के लिए उठाया गया अनूठा कदम है। उन्होंने इसके साथ-साथ सभी बच्चों एवं अन्य नागरिको से आग्रह किया कि वे चायनिज मांझे का उपयोग पतंग उड़ाने में न करें ताकि मांझे से हवा में आकाश में उडऩे वाले सैकड़ों पक्षियों को घायल होने से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि मानव को विमान बनाने की प्रेरणा पक्षी से ही मिली है।ये मानव को जीवन में सदा ऊपर ऊठने की प्रेरणा देते हैं। उप वन संरक्षक रामचन्द्र ओगरा ने अपने स्वागत भाषण दिया।
पक्षी क्षेत्र बनाने की संभावना: दुधे
बोम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसयटी में आईबीए प्रोग्राम के रिसर्च असिसटेन्ट नंद किशोर दुधे ने कहा कि झालावाड़ की पक्षी सम्पदा को देखते हुए इसके इम्पोर्टटेन्ट बर्ड एरिया (प्रमुख पक्षी क्षेत्र) बनने की प्रबल संभावना है। इस दौरान दो दिवसीय विश्व स्तरीय पक्षी एवं वन्य जीव फोटोग्राफी एवं प्रदर्शनी लगाई गई। इस दौरान द्वितीय पक्षी उत्सव के आधिकारिक लोगो का विमोचन भी अतिथियों द्वारा किया गया।
डाक-टिकिटों का प्रदर्शन किया-
इसके साथ-साथ उदयपुर फ्लटेलिक सोसायटी के सदस्य रवि खमेसरा व पुष्पा खमेसरा ने 249 देशों के पक्षियों पर आधारित करीब 3 हजार डाक-टिकटों का प्रदर्शन भी पक्षी उत्सव के दौरान किया।
पक्षी विशेषज्ञ अनिल रोजर्स ने बताया कि मुण्डलियाखेड़ी तालाब पर हजारों की संख्या में स्थानीय एवं प्रवासी पक्षियों को देखकर पक्षी विशेषज्ञों के साथ-साथ स्कूली बच्चे भी अभिभूत हुए। उन्होंने बताया कि मुण्डलियाखेड़ी में ही 8 से 10 हजार की संख्या में पक्षी मौजूद हैं।
हुई कई प्रतियोगिताएं-
सहायक उप वन संरक्षक जयराम पाण्डेय ने बताया कि उत्सव में बच्चों के लिए बर्ड वॉचिंग, बर्ड क्विज, ड्राइंग एंड पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। फोटोग्राफी प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। इस दौरान पहली बार रेड करेस्टेड पोचार्ड दिखाई दिया। पक्षी उत्सव में कोटा उदयपुर भिलवाड़ा चित्तोड़ सहित कई जिलों से आए पक्षी प्रेमी व बर्ड एक्सपट्र्स व 500 से अधिक स्कूली बच्चों ने भाग लिया। इसके बाद बाघेर घाटी स्थित इको ट्रेल का भी भ्रमण कर अवलोकन किया गया।
यह रहे मौजूद थे-
कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला कलक्टर भवानी सिंह पालावत, उपखण्ड अधिकारी पीसी रैगर, आयुक्त राजेन्द्र सिंह चारण, डीईओ सुरेन्द्र सिंह गौड़, उदयभान सिंह , हेमन्त शर्मा, जॉनसन टी आदि मौजूद थे।
आज ये होंगे कार्यक्रम-
पक्षी उत्सव के अन्तर्गत 13 जनवरी को सुबह 6 से 10 बजे तक मुकन्दरा हिल्स टाईगर रिजर्व क्षेत्र का भ्रमण एवं नौलाव तालाब पर पक्षी अवलोकन किया जाएगा। इसके बाद 11 से दोपहर 1.30 बजे तक सेन्टर ऑफ एक्सिलेंस मेण्डरिन में विशेषज्ञों द्वारा कार्यशाला का आयोजन, एवं समापन समारोह आयोजित होगा।
Published on:
12 Jan 2018 08:47 pm
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