.राजस्थान में शिक्षा के बढ़ते कदम (आरके एसएमबीके) आकलन-2 के तहत प्रदेश में बच्चों की शिक्षा का स्तर जांचने के लिए परीक्षा का आयोजन किया गया। परीक्षा में कक्षा तीन से आठ तक के बच्चे शामिल किए गए।
आरकेएसएमबीके-2 परीक्षा का हाल में परिणाम जारी किया गया। जिसमें देखा गया कि झालावाड़ जिले में सामान्य कक्षा में बच्चे कक्षा स्तर से पीछे चल रहे है, लेकिन, बोर्ड कक्षा पंाचवी व आठवीं के बच्चों का स्तर बढ़ रहा है। ऐसे में सवाल यह है कि बोर्ड कक्षा के बच्चों का स्तर अच्छा व अन्य कक्षाओं के बच्चों का स्तर कम क्यों है। परीक्षा में कक्षा तीन से पंाच अंकों के बीस प्रश्न थे। जिसमें आठ प्रश्न एक कक्षा के पीछे व 12 प्रश्न दो कक्षा पीछे के थे। कक्षा छह से आठ में 30 प्रश्न थे। जिसमें 12 प्रश्न एक कक्षा पीछे व 18 प्रश्न दो कक्षा पीछे के थे। शिक्षक व अभिभावकों को होना होगा गंभीर- प्रदेश में बच्चों को शिक्षा का स्तर बढ़े इसके लिए शिक्षक व अभिभावकों को भी गंभीर होना होगा।
आरकेएसएमबीके-आंकलन 1 के परिणाम के बाद बहुत ही कम शिक्षकों ने परिणाम देखा व अभिभावकों ने भी रिपोर्ट कार्ड काउनलोड नहीं किया।
40 से 60 फीसदी बच्चे अभी कक्षा स्तर से पीछे-
शिक्षा विभाग द्वारा जारी परीक्षा परिणाम में देखने को मिला कि प्रदेश के 40 से 60 फीसदी बच्चे अभी भी कक्षा स्तर से पीछे चल रहे हैं। कक्षा तीन के 46 फीसदी बच्चे पिछली कक्षा के प्रश्न में उत्तर देने में सक्षम नहीं है। कक्षा चार में 52 फीसदी, कक्षा पांच के 43 फीसदी, कक्षा छह के 70 फीसदी, कक्षा सात के 63 फीसदी व कक्षा आठ के 51 फीसदी बच्चे पिछली कक्षा के उत्तर देने में सक्षम नहीं है।
जिले में शिक्षा के बढ़ते कदम : फैक्ट फाइल
– प्रदेश में झालावाड़ का स्थान-5 वां
– प्राथमिक विद्यालय – 752
– उच्च प्राथमिक विद्यालय-558
– उच्च माध्यमिक विद्यालय- 351
जिले में ऐसी स्थिति है बच्चों की
विषय कक्षा इतने प्रतिशत सही जवाब दिए
अंग्रेजी 3 31 से 53
हिन्दी 3 49 से 53
गणित 3 46 से 51
अंग्रेजी 4 31 से 53
हिन्दी 4 49 से 53
गणित 4 46 से51
अंग्रेजी 5 41 से 59
हिन्दी 5 49 से 54
गणित 5 57 से 65
अंग्रेजी 6 38 से40
हिन्दी 6 39 से46
गणित 6 39 से 43
अंगे्रजी 7 28 से37
हिन्दी 7 46 से52
गणित 7 32 से 42
अग्रेजी 8 46 से54
हिन्दी 8 46 से 57
गणित 8 46 से55
आशानुरूप नहीं आया परिणाम-
आरके एसएमबीके आकलन 2 में एआई आधारित तकनीक के माध्यम से विभाग में कक्षा 3 से 8 तक के बच्चों की अंग्रेजी, हिन्दी व गणित के विभिन्न स्किल्स पर प्रदर्शन शिक्षक ऐप पर उपलब्ध कराया गया है। इसमें समग्र योग्यता चार प्रदर्शन, छात्र समूह की सिफारिशें,मुख्य दक्षताओं के लिए कैसे पढ़ाएं, वीडियो और वर्कशीट सहित शिक्षण योजनाएं शामिल की गई है। फिर भी बच्चों का शिक्षा का स्तर आशानुरूप नहीं सुधर पाया है।
पांच लाख शीट्स का उपयोग किया-
विभाग ने एआई तकनीक से 5 लाख ओसीआर शीट्स का विश्लेषण कर विस्तृत डेटा शिक्षक एप तथा सभी जिला व ब्लॉक स्तर के अधिकारियों को शाला दर्पण लॉगिन पर उपलब्ध करवाया है। ऐसे में शिक्षा निदेशक ने कमजोर परिणाम पर कहा कि विभाग में कक्षा 3 से 8 तक पढ़ाने वाले शिक्षकों का यह दायित्व है कि वे इस डेटा से उनके द्वारा पढ़ाए जाने वाले विषय के अन्तर्गत विभिन्न दक्षताओं में ग्रेड से पिछड़ रहे बच्चों के दक्षता विशेष को बढ़ाने के प्रयासों पर फोकस करें। प्रत्येक शिक्षक द्वारा बच्चों की क्षमता संबंधन के लिए नियमित प्रयास किए जाएं। साथ ही शिक्षकों का यह दायित्व है कि वे अभिभावकों को बच्चों का रिपोर्ट कार्ड फोन पर देखने व डाउनलोड करने की प्रक्रिया से परिचित करवाएं।
हमारा प्रदेश में 5 वां स्थान –
ऐसा नहीं है झालावाड़ का परिणाम कमजोर रहा हो, पूरे प्रदेश में ही परिणाम कम रहा। फिर भी हमारा प्रदेश में 5 वां स्थान है। सभी शिक्षकों को पाबंद करवा दिया गया है। शीट् अब डाउनलोड करवाएंगे। आगे से परिणाम सुधार के लिए पूरी योजना बना ली गई है।उसके अनुसार जिले में पूरा काम होगा। हुकुमचन्द मीणा, सीडीईओ, झालावाड़।