[typography_font:18pt;” >जनता क्लिनिक शहर में स्वास्थ्य सेवा के लिए नवाचार है, क्योंकि स्वास्थ्य विभाग रोगियों को पेपरलेस पंजीकरण को बढ़ावा देगा। वर्तमान में मेडिकल कॉलेज से जुड़े दोनों चिकित्सालय में भीड़ भाड़ को कम करने और स्वास्थ्य सेवाओं को घर-घर पहुंचाने की योजना बनाई गई थी, लेकिनसमय पर काम नहीं होने से योजना धरातल पर नहीं आ सकी।जनता क्लिनिक में एक कंप्यूटराइज्ड मशीन लगाई जाएगी, जिस पर एक मरीज स्वयं या एक सहायक की मदद से अपना विवरण दर्ज करेगा। पर्चे सीधे फार्मासिस्टों के पास जाएंगे और मरीजों को दवाइयों के साथ-साथ फार्मासिस्ट से मिलने वाले नुस्खे भी मिलेंगे। जनता क्लिनिक शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों यानी पीएचसी से अलग होंगे क्योंकि जनता क्लिनिक में रोगी विभाग होगा और बच्चों की बीमारियों और प्रजनन स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान केन्द्रित करेगा।
[typography_font:18pt;” >जनता क्लिनिक में स्टाफ लगाया जाएगा जिसमें एक चिकित्सक, दो नर्सिंग स्टाफ, एक फार्मासिस्ट व एक सहायक की नियुक्ति करेगा। यहां कुछ चयनित जांचों की सुविधा भी महुैया हो सकेगी। स्वास्थ्य विभाग ने प्रथम चरण में झालावाड़, झालरापाटन, भवानीमंडी को मिलाकर चार स्थानों पर ही ये क्लिनिक खोलने की योजना बनाई थी, लेकिन योजना आगे नहीं बढ़ पाई। यहां कम्प्यूटरीकृत मशीनों से रक्तचाप, माप,नाड़ी, ऊंचाई और वजन की जांच करवा सकेंगे। लेकिन इन सब की सुविधा का लोगों को अभी इंतजार ही बना हुआ है।
चिकित्सक का इन क्षेत्रों में दक्ष होना जरुरी-
जल्द चालू करेंगे-
[typography_font:18pt] जिले के जनता क्लिनिक में स्टाफ लगाना है। इसके लिए प्रक्रिया चल रही है, जल्द ही स्टाफ लगाकर चालू किए जाएंगे।
[typography_font:18pt;” > डॉ.जीएम सय्यद, सीएमएचओ,झालावाड़।