चंद्रभागा नदी में इंदौर मार्ग पर भूतेश्वर मंदिर की ओर चंद्रभागा पुलिया के पास जलकुंभी, कमल की बेल, पानी में पड़ा कचरा, प्लास्टिक और अन्य गंदगी की सफाई नहीं हो पाई है। नदी का पूरा पानी जलकुंभी से ढका हुआ है। कार्तिक पूर्णिमा पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु इस नदी में आस्था की पवित्र डुबकी लगाएंगे। कई लोग स्नान करने के साथ ही इसके पानी से मंजन कुल्ले तक कर लेते हैं जिससे इस दूषित पानी से शरीर को नुकसान होने का अंदेशा बना रहता है।
- उल्लेखनीय है कि गत वर्ष कार्तिक मेले के दौरान दूषित पानी का सेवन करने से दर्जनों लोग फूड पॉइजनिंग के शिकार हो गए थे। इसके बावजूद भी प्रशासन अभी तक भी जलाशयों की सफाई के प्रति उदासीन बना हुआ है। कार्तिक स्नान के लिए यहां पर जिले और हाडोती क्षेत्र के अलावा मध्य प्रदेश तक से श्रद्धालुओं का सैलाब आता है और सभी लोग इसमें आस्था की पवित्र डुबकी लगाकर पुण्य कमाते हैं। प्रशासन को इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत प्रभाव से इसकी सफाई के लिए उच्च स्तरीय अभियान शुरू किए जाने की आवश्यकता है अन्यथा फिर भी किसी भी तरह की घटना होने का अंदेशा बना रहेगा।