झालावाड़. मेडिकल कॉलेज झालावाड़ में न्यूरो सर्जरी विभाग में आने वाले मरीजों को चिकित्सा परामर्श से पूर्व घंटो लाइन में लगना पड़ रहा है। कई मरीजों के सिर में दर्द होने व स्ट्रेचर पर होने के बाद भी मरीजों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। इसकी वजह ये है कि विभाग में मैन पावर की कमी व सप्ताह में दो ही दिन ओपीडी का चलना। ऐसे में एक दिन में 200 तक मरीज आ रहे हैं। ऐसे में हर मरीज को देखने में भी परेशानी हो रही है। मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों द्वारा न्यूरो सर्जरी विभाग के सुपरस्पेशिलिटी सेवाओं के डॉक्टरों को भी सामान्य मेडिकल बोर्ड में दो दिन बिठाया जा रहा है, शेष दिन ऑपरेशन किए जाते हैं। ऐसे में दो ही दिन ओपीडी होने से जिलेभर के मरीज मेडिकल कॉलेज में आने से मरीजों की खासी भीड़ बढ़ रही है। ऐसे में नंबर लेट आने पर कई मरीजों की तो समय पर जांच भी नहीं हो पाती है, मरीजों को निराश ही लौटना पड़ रहा है।
बोर्ड से मुक्त करें तो मिले सेवाएं-
सूत्रों ने बताया कि अन्य मेडिकल कॉलेजों में सामान्य डॉक्टर व फोरेंसिक डॉक्टरों की ड्यूटी मेडिकल बोर्ड में लगाई जाती है। लेकिन झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में ऐसा नहीं होने से फिटनेस, सिकनेस आदि का मेडिकल भी न्यूरो सर्जरी के डॉक्टरों से करवाया जा रहा है, ऐसे में मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा है। न्यूरो सर्जरी विभाग में चार ही डॉक्टर है, जबकि एक डॉक्टर, दो एसआर व दो जेआर की ओर जरुरत है।
मरीजों ने ऐसे बताई पीडा
01.पौने घंटे से लाइन में लगी हुई हूंू,अभी तक नंबर नहीं आया। दो दिन की जगह चार दिन ओपीडी खुलना चाहिए, ताकी इतनी भीड़ नहीं आएं। ओमकंवर, मरीज दोबड़ा, खानपुर।
02.पैर सुन हो जाते हैं, दिखाने आई हूं, आधा घंटे से अधिक का समय हो गया है। लाइन बहुत लंबी है, कब तक खड़े रहे। बैठने की भी व्यवस्था नहीं है।सरकार को डॉक्टर ओर बढ़ाने चाहिए।
रामप्यारी, मरीज धनवाड़ा।
03.पीठ में कई दिनों से दर्द है। न्यूरो सर्जरी विभाग में दिखाने आया था, पौन घंटे से ज्यादा हो गया है। लाइन बहुत लंबी होने से अभी नंबर नहीं आया। डॉक्टरों की संख्या बढ़ानी चाहिए व न्यूरो में डॉक्टरों की सेवाएं प्रतिदिन करना चाहिए। नरेन्द्रसिंह राजपूत मरीज दिवड़ी
04. न्यूरोसर्जरी विभाग है, इसमें ऑपरेशन करना, ओपीडी चलाना बाकी दिन ऑपरेशन भी करने होते हैं, यहां न्यूरोलोजिस्ट नहीं है, साइकेट्रिक्स आदि के मरीज भी यहां आ रहे हैं। इनका फिल्टे्रशन नहीं होता है। जनरल ओपीडी हो जहां मरीजों को देखकर भेजा जाएं ताकि यहां इतनी भीड़ नहीं हो। हां ये सही है संसाधन अभी हमारे पास नहीं है। डॉ.रामसेवक योगी, विभागाध्यक्ष न्यूरो सर्जरी विभाग,मेडिकल कॉलेज झालावाड़।