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न पीएफ और न ही अनुकंपा नौकरी

-कर्मचारियों ने सभा के बाद सौंपा ज्ञापन

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No PF nor Compassionate Job

न पीएफ और न ही अनुकंपा नौकरी

झालावाड़.राजस्थान सहकारी कर्मचारी संघ अपनी मांगों को लेकर बारां से पैदल यात्रा सोमवार शाम को झालावाड़ पहुंची। मंगलवार से पूरे राजस्थान के कर्मचारी दो दिन झालावाड़ में महापड़ाव डाले हुए है। यह प्रदेश का पहला मौका होगा जब हजारों की संख्या में कर्मचारी करीब १०० किलोमीटर बारां से पैदल चलकर झालावाड़ पहुंचे है। मंगलवार से सहकारी कर्मचारियों को नियोक्ता निर्धारण की सुराज संकल्प यात्रा में की गई घोषणा की क्रियान्विति के लिए सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए झालावाड़ में महापड़ाव डाले हुए है।


यह चेतावनी रैली है-
सहकारी कर्मचारी संघ की डिप्टी जी के मंदिर मैदान में सुबह १० से १ बजे तक सभा चली। सभा को संबोधित करते हुए प्रदेशाध्यक्ष नन्दलाल वैष्णव ने कहा कि इस समय कर्मचारियों की हालत माली है,मनरेगा कर्मचारी की स्थिति भी सहकारी कर्मचारियों से सही है। कर्मचारियों को ना तो पीएफ की सुविधा मिल रही है, न ही गे्रच्युटी व अनुकंपात्मक नौकरी मिल रही है। तो मेडिकल की सुविधा भी नहीं मिल पा रही है। हमने कई बार सहकारी मंत्री से भी बात की है। लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है। झालावाड़ जिलाध्यक्ष रामचन्द नागर ने कहा कि सरकार हमारी कोई सुनवाई नहीं कर रही है,इसके चलते मजबूरी में हमें चिलचिलाती धूप में पैदल यात्रा निकालनी पड़ रही है। यह चेतावनी रैली है, इसमें कोई सकारात्मक जवाब आता है तो ठिक है, नहीं तो जयपुर में प्रदेशस्तर की बैठक के बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी। सभा को संघ संरक्षक ओमप्रकाश रोझ, कोटा जिलाध्यक्ष विश्वनाथ मीणा, बारां जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश गौतम, बूंदी जिलाध्यक्ष हनुमान सैनी, प्रांतीय महामंत्री नन्दराम, अलवर जिलाध्यक्ष देवेन्द सेदावत, बाड़मेर जिलाध्यक्ष पूनमाराम चौधरी, गंगानगर जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश सहित २७ जिलों के जिलाध्यक्षों व संघ पदाधिकारियों ने सभा को संबोधित किया।

सीएम को भेजा मांग-पत्र-
कर्मचारियों ने सभा के बाद दोपहर को कर्मचारी गांधीवादी तरीके से डिप्टी के मंदिर से बड़ाबाजार, गढ़, मंगलपुरा, मूर्ति चौराहा होते हुए मिनी सचिवालय पहुँचे। जहां जिला कलक्टर डॉ.जितेन्द्र कुमार सोनी को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपा। इस पर कलक्टर ने तुरंत सीएम तक उनकी मांगे पहुंचाने का भरोसा दिलाया। इसके बाद वापस रैली व्यवस्थित तरीके से महापड़ाव स्थल पहुंची। रैली में राजस्थान से कर्मचारी बसों व अन्य निजी साधनों से झालावाड़ पहुंचे है। महापड़ाव में करीब पूरेप्रदेश से सात-आठ हजार कर्मचारी भाग ले रहे हैं।

यह कर्मचारियों की प्रमुख मांगे-
-कर्मचारियों की स्क्रीनिंग की प्रक्रिया विभागीय परिपत्र दो दिनांक ११ फरवरी २०१० के अनुसार करवाई जावें, जिससे अर्जित योग्यतानुसार व्यवस्थापक, सहायक व्यवस्थापक, सैल्समेन के पद को भी इस परिधि में सम्मलित किया जा सकें।
-सभी पैक्स, लैम्पस कर्मचारियों का बैंक कर्मचारी घोषित किया जाकर समिति में प्रतिनियुक्ति पर लगाया जाएं।
- सभी जिलों की केन्द्रीय सहकारी बैंकों में रिक्त पदों पर ऋण पर्यवेक्षक के पद पर नियुक्ति के लिए शत-प्रतिशत समितियों में कार्यरत व्यवस्थापकों में से पदोन्नति दी जाएं।
-सहकारी कर्मचारियों को बैंक कर्मचारी घोषित किए जाने तक समस्त १६००० हजार पैक्स कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग के सभी परिलाभ दिए जाने के ओदश दिए जाएं। यहां से देना