झालावाड़. शहर व जिले को जाता मानसून तर कर रहा है। भादो में बादल सावन की तरह बरस रहे हैं। शुक्रवार रात करीब 11 बजे से झमाझम बरसात शुरू हुई जो शनिवार तड़के तक जारी रही। इस दौरान बरसात की झड़ी लगी रही। इससे जिले में नदी-नाले उफान पर आ गए। कई रास्ते अवरुद्ध और बांधों के गेट खुल गए। चौमहला व गंगधार में 24 घंटे में 97 मिमी, रायपुर में 54 व चंवली बांध पर 125 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं छापी बांध पर पिछले 24 घण्टे में 63 मिमी बारिश दर्ज की गई।
ये नदियां रहीं उफान पर
रटलाई में उजाड़ नदी उफान पर रही। नदी को देखने सुबह से भीड़ लगी रही। जिससे रटलाई भालता मार्ग कई घंटे तक बंद रहा। वहीं क्षेत्र के रटलाई जगपुरा मार्ग में रीझोन के खाल पर अधिक पानी आ जाने के कारण करीब डेढ़ घंटे तक रास्ता बंद रहा। वही देवरी मार्ग की पुलिया पर पानी आ जाने के कारण करीब आधे घंटे तक रास्ता बंद रहा। पिडावा क्षेत्र में जोरदार बरसात हुई। इससे इस सीजन में पहली बार चंवली नदी उफान पर आ गई। खेजड़िया के खाल में पानी आने से मार्ग अवरुद्ध हो गया। चंवली नदी में उफान से कल्याणपुरा, आदाखेड़ी, रामपुरिया मार्ग अवरूद्ध , बाल्दा की पीलिया खाल की पुलिया में पानी आने से बिजनिया खेड़ी, समात खेड़ा , बोलिया बारी आदि मार्ग अवरुद्ध हो गए। चौमहला व गंगधार कस्बे सहित क्षेत्र में बीती रात्रि को हुई झमाझम बारिश से नदी खाल नाले उफान पर रहे। यहां एक जून से अब तक 606 मिलीमीटर बारिश हो गई। बारिश से चौमहला के कोल्वी रोड पर स्थित मां दुर्गा मंदिर में शिवलिंग जलमग्न हो गया। चौमहला-डग मार्ग जलिया खाल में आए पानी से मार्ग अवरुद्ध हो गया। यहां छोटी कालीसिंध नदी उफान पर रही।
इन बांधों के गेट खुले
भीमसागर बांध के दो गेट खोलकर 33 हजार क्यूसेक पानी की निकासी शुरू की गई। खानपुर उपखंड से लेकर सांगोद तक नदी किनारे गांवों में प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। मिश्रोली क्षेत्र में राजगढ़ बांध में पानी की जोरदार आवक हुई। इससे बांध के दो गेट खोले गए। छापी बांध के 2 गेट खोलकर 2791 क्यूसेक पानी की निकासी की गई। गागरीन बांध भरने के बाद चादर चलने से चंवली-आहू केनल में आएगा जिससे चंवली बांध में भराव होगा। शनिवार सुबह 6 बजे तक बांध का लेवल 352.15 मीटर चल रहा है, बांध की कुल भराव क्षमता 356.50 मीटर है।