100 नंबर के पेपर में 100 सवाल पूछे। हिन्दी, गणित, कम्पयूटर व सामान्य ज्ञान से सवाल पूछे
झालावाड़. राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से आयोजित ग्राम विकास अधिकारी सीधी भर्ती (प्रारंभिक) परीक्षा मंगलवार को शांतिपूर्ण हुई। बसें नहीं मिलने पर परीक्षार्थियों ने स्टैण्ड पर हंगामा कर दिया। सूचना पर पुलिस पहुंची। कोटा से बसें फुल आने से कई परीक्षार्थी झालावाड़ नहीं पहुंच पाए। वहीं मौसम ने परीक्षार्थियों की मुसीबत बढ़ा दी।
दूसरे दिन मंगलवार को झालावाड़ और झालरापाटन में 19 केन्द्रों पर परीक्षा हुई। केन्द्रों पर कड़ी जांच के बाद ही प्रवेश दिया। परीक्षा देकर बाहर आए अभ्यर्थियों ने बताया कि पेपर आसान रहा, हालांकि कुछ परीक्षार्थियों का कहना है कि पेपर में अलग-अलग विषयों के प्रश्नों का समावेश किया है। कुछ प्रश्न जटिल थे। गणित के प्रश्नों ने अटक गए।
100 नंबर के पेपर में 100 सवाल पूछे। हिन्दी, गणित, कम्पयूटर व सामान्य ज्ञान से सवाल पूछे। परीक्षा में भावी वीडीओ से पेपर में पूछा की सरपंच अपना त्यागपत्र किसको सौंपता है। इसके अलावा पंचायती राज संस्थाओं, राजस्थान के रीति-रिवाजों, जल संरक्षण के लिए दिए जाने वाले पुरस्कार व स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शहरों की रैंकिंग को लेकर सवाल पूछे गए। तेज बरसात होने के कारण परीक्षा देने आए परीक्षार्थियों को भी परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में काफी परेशानी उठानी पड़ी। कोटा, बारां व अन्य जगहों से आए परीक्षार्थी पहले बसों में झालावाड़ आए और यहां से अलग-अलग साधनों से बारिश में भीगते हुए परीक्षा केन्द्र पहुंचे।
केवीके के डॉ. वर्मा को कारण बताओ नोटिस
परीक्षा के दृष्टिगत कृषि विज्ञान केन्द्र का वाहन अधिग्रहित कर वाहन मय वाहन चालक को 24 दिसम्बर को मिनी सचिवालय के कमरा नं. 223 में कार्मिक दीपक भाटिया को रिपोर्टिंग प्रस्तुत करने के लिए पाबन्द किए जाने के निर्देश दि ए थे। इस संबंध में डॉ. अर्जुन कुमार वर्मा को व्यक्तिगत रूप से भी अवगत करा दिया था। इसके बाद भी वाहन नहीं भेजा। ये कृत्य राज्य सरकार द्वारा आयोजित सीधी भर्ती परीक्षा में बाधा उत्पन्न व असहयोग की श्रेणी में आता है। इस सम्बन्ध में जिला कलक्टर हरि मोहन मीना ने दो दिवस स्पष्टीकरण समक्ष उपस्थित होकर देने के निर्देश प्रदान किए।