- उपलब्धियां गिनाने के लिए जिला स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करने की घोषणा
झालावाड़. राज्य सरकार का शुक्रवार को तीन साल का कार्यकाल पूरा हो जाएगा। सरकार की ओर से तीन साल की उपलब्धियां गिनाने के लिए जिला स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करने की घोषणा की है। प्रशासन की ओर से इसकी तैयारियां की जा रही है। जिले में शासन-प्रशासन के कामकाज का पहिया धीमी गति से घूम रहा है। तीन साल में एक भी नया विकास कार्य शुरू नहीं हुआ है। ज्यादातर विकास कार्य धीमी गति से चल रहे हैं। इसको लेकर भाजपा-कांग्रेस नेताओं में आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चल रहा है।पत्रिका टीम ने जिलेभर में चल रहे विकास कार्यों की गति व जमीनी हकीकत जानी है। इसमें पाया कि ज्यादा विकास के कार्य कछुआ चाल से रहे हैं। इसलिए विकास कार्यों की सौगात के लिए लम्बा इंतजार करना पड़ेगा। आधा दर्जन से अधिक ऐसे कार्य है जो दो से तीन साल देरी से चल रहे हैं। यह काम चल रहे कछुआ चाल से...।
एयरपोर्ट के कार्य को मिले गति
हाड़ौती का झालावाड़ ऐसा जिला है, जहां अंतरराष्ट्रीय स्तर की हवाई सुविधा उपलब्ध कराई जानी है। इसके लिए कोलाना में एयरपोर्ट का कार्य भाजपा शासन में शुरू भी हो गया था, लेकिन कांग्रेस सरकार आने के बाद कार्य को ठण्डे बस्ते में डाल दिया गया। एयरपोर्ट का कार्य जल्द पूराकर हवाई सेवा की सुविधा शुरू की जाए तो यहां विकास के नए आयाम स्थापित हो सकते हैं। हाल में राज्य सरकार ने एयरपोर्ट की चारदीवारी व अन्य कार्यों के लिए सात करोड़ के बजट के उपयोग की मंजूरी दी थी। इसके बाद चारदीवारी का काम शुरू हो गया है। हालांकि इसमें ज्यादातर बजट बकाया भुगतान में ही पूरा हो जाएगा। इसलिए अतिरिक्त बजट की जरूरत है।
कैंसर हॉस्पिटल के काम में दो साल देरी
जनाना चिकित्सालय में 1195 लाख रुपए की लागत से कैंसर हॉस्पिटल बन रहा ह, लेकिन इसका कार्य 2019 में ही पूर्ण होना था, लेकिन बहुत धीमी गति से चल रहा है। हाल में दौरे में आए चिकित्सा विभाग के अतिरिक्त निदेशक ने भी धीमे कार्य पर नाराजगी जाहिर की थी। जिले में बडी संख्या में कैंसर के रोगी सामने आए है। ऐसे में समय हॉस्पिटल बनता तो जिले के रोगियों को बाहर नहीं जाना पड़ता। अब जिलेवासियों को उम्मीद है कि अब इसका काम युद्धस्तर पर चलेगा।
एयर एम्बुलेंस का काम पूरा, आगे नहीं बढ़ी बात
जनाना चिकित्सालय की तीसरी मंजिल से एयर एम्बुलेंस से सीधे दिल्ली तक मरीजों को ले जाने के लिए एयर एम्बुलेंस की सुविधा के लिए छत सहित स्ट्रेक्चर तैयार है। लेकिन अभी इसको मूर्त रूप नहीं दिया जा सका है। ऐसे में यहां आ रही परेशानी को दूर कर इसे चालू करें तो गंभीर रोगियों को राहत मिल सकेगी।
वृहृद सिंचाई परियोजना परवन में देरी
हाड़ौती महत्वपूर्ण परवन सिंचाई परियोजना का काम तीन साल की देरी से चल रहा है। परवन की कुल लागत करीब 7355.23 करोड़ रूपए है। परियोजना से 637 गांव लाभान्वित होंगे। वहीं 201166 हैक्टेयर भूमि सिंचित होगी। परियोजना का कार्य समय से पूर्ण हो तो हाड़ौती के लोगों को राहत मिलेगी।
सीवरेज का काम भी अधूरा
झालावाड़ व झालरापाटन में सीवरेज का काम चल रहा है। इसका काम 140 करोड़ रूपए की लागत से हो रहा है। लेकिन अभी काम 60 फीसदी ही पूर्ण हुआ है। शहर में जगह-जगह रोड खोद रखा है। समय से योजना का काम पूर्ण नहीं होने से शहरवासी बदहाल रोड से खासे परेशानी हो रहे हैं। ऐसे में राज्य सरकार को बजट व अन्य परेशानी को दूर कर अधूरे पड़े रोड के कार्यों में गति लानी चाहिए। लोग परेशान है।
अमृत योजना नहीं दे पाई राहत
शहर में 74 करोड़ की लागत से शहरवासियों को 24 घंटे शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए अमृत योजना शुरू की गईथी। लेकिन अभी योजना का कार्य समय से पूर्ण नहीं हो पाया है।अभी शहर के लोगों को समय से भरपूर पानी नहीं मिल पा रहा है। योजना कार्य अभी 60 फीसदी ही पूर्ण हुआ है।
- परवन योजना में कई तरह की परेशानी थी, जिसे कांग्रेस सरकार ने ही दूर कराकर हाड़ौती को सौगात दी है। अमृत योजना व सीवरेज का काम चल रहा है। राज्य सरकार ने ऑक्सीजन प्लांट लगाने सहित कई जनहित के कार्य महामारी में किए हैं। लोगों के गांव-गांव तक सरकार प्रशासन गांव के संघ अभियान के तहत जाकर लोगों की परेशानियां सुन रही है। दवाइयां व जांचे नि:शुल्क है। वीरेन्द्र सिंह गुर्जर, जिलाध्यक्ष, कांग्रेस
- जो काम वसुंधरा राजे की सरकार में स्वीकृत हुए थे। सिर्फ वे ही चल रहे हैं उनकी भी स्वीकृतियां जारी हो चुकी थी। कांग्रेस सरकार बनने के बाद जिले में कोई नया काम नहीं हुआ, और न ही सरकार के किसी नुमाइंदे ने गति के बारे में पूछा। सड़कें उखड़ी हैं, मरम्मत भी नहीं हो रही। कैंसर हॉस्पिटल का काम बंद पड़ा है। अब तक सरकार को ध्यान देना चाहिए। संजय जैन, जिलाध्यक्ष, भाजपा