
गिरफ्तार आरोपी अजय सिंह, अशोक एवं जगदीश
नागौर. भारतीय जाली मुद्रा (नकली नोट) चलाने वालों के खिलाफ नागौर पुलिस ने सोमवार को प्रभावी कार्रवाई करते हुए 86 हजार 500 रुपए की जाली भारतीय मुद्रा बरामद की है। इस मामले में कोतवाली पुलिस ने नागौर शहर के वीर तेजा कॉलोनी से एफसीआई गोदाम के पास रहने वाले अजयसिंह (36) पुत्र कल्याणसिंह राजपूत, वीर तेजा कॉलोनी निवासी अशोक (23) पुत्र हुक्माराम जाट व जगदीश (26) पुत्र नरपतराम जाट को दस्तयाब कर गिरफ्तार किया गया। बरामद जाली मुद्रा 500-500 रुपए के कुल 173 नोटों के रूप में पाई गई है।
कोतवाली थानाधिकारी वेदपाल शिवराण ने बताया कि जयपुर पुलिस से प्राप्त इनपुट एवं मुखबिर की सूचना पर पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा के निर्देशन में सोमवार को इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। सूचना मिली थी कि नागौर के अजय सिंह, अशोक एवं जगदीश वीर तेजा कॉलोनी, नागौर में मौजूद हैं तथा उनके पास जाली भारतीय मुद्रा है, जिसे वे बाजार में चलाने या किसी अन्य व्यक्ति को देने की फिराक में हैं।
जयपुर कमिश्नरेट पुलिस की सीएसटी यूनिट से सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए वे टीम के साथ वीर तेजा कॉलोनी पहुंचे और तीनों संदिग्धों को डिटेन कर तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान आरोपियों के कब्जे से 86 हजार 500 रुपए के नकली नोट बरामद हुए। पुलिस ने मौके पर ही नकली नोट जब्त कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इस संबंध में पुलिस थाना कोतवाली में प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ कर दिया गया है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि जाली नोट कहां से लाए गए, इनके पीछे कौन-सा गिरोह सक्रिय है और इनका नेटवर्क कहां-कहां तक फैला हुआ है। नागौर पुलिस की इस कार्रवाई को जाली मुद्रा के खिलाफ बड़ी सफलता माना जा रहा है। पुलिस का कहना है कि इस मामले से जुड़े अन्य आरोपियों और नेटवर्क का खुलासा जल्द किया जाएगा।
नकली नोट गिरोह के नागौर तक पहुंचे तार
उधर, राजधानी जयपुर के चित्रकूट इलाके में भी रविवार देर रात पुलिस ने जाली नोटों की सप्लाई करने वाले गिरोह के खिलाफ कार्रवाई की। जयपुर पुलिस ने चित्रकूट इलाके में दबिश देकर दो बदमाशों को पकड़ा था, जिनके पास से 2.90 लाख रुपए के जाली नोट बरामद किए गए थे। जयपुर के स्पेशल पुलिस कमिश्नर राहुल प्रकाश ने बताया कि राजस्थान में जाली नोट खपाने वाला गिरोह उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से एक लाख रुपए के असली नोटों के बदले तीन लाख रुपए के जाली नोट ला रहा था। उत्तर प्रदेश पुलिस से संपर्क कर फोटो कॉपी के जरिए जाली नोट तैयार करने वालों की धरपकड़ के प्रयास किए जा रहे हैं। पूछताछ में सामने आया कि गिरोह उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से जाली नोट लाकर राजस्थान में सप्लाई कर रहा था।
एक पैसे देता, दूसरा नोट लाता
जयपुर पुलिस के अनुसार आरोपी गोविंद पहले झालावाड़ में भी जाली नोट के मामले में गिरफ्तार हो चुका है। गोविंद की देवेश से मुलाकात हुई, जहां देवेश ने जाली नोट मंगाने के लिए असली नोट गोविंद को दिए। इसके बाद गोविंद उत्तर प्रदेश में अपने परिचित से जाली नोट लेकर राजस्थान आ रहा था। आरोपी अब तक कहां-कहां जाली नोट खपा चुके हैं, इस संबंध में भी पूछताछ की जा रही है।
पुलिस लाइन के कांस्टेबल की विशेष भूमिका
पुलिस कमिश्नर राहुल प्रकाश ने बताया कि जाली नोट चलाने वाले गिरोह के संबंध में सबसे पहले पुलिस लाइन के कांस्टेबल खेमसिंह को सूचना मिली थी। इसी सूचना पर सीएसटी टीम ने चित्रकूट इलाके में कार सवार झालावाड़ निवासी गोविंद चौधरी को पकड़ा। उसकी निशानदेही पर चित्रकूट में किराए के फ्लैट में रह रहे देवेश फांडा पंजाबी को भी गिरफ्तार किया।
Published on:
15 Dec 2025 08:07 pm
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