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35 साल बाद अयाज झांसवी के गजल संग्रह ‘सिलसिला’ का दूसरा संस्करण प्रकाशित 

झांसी के इस शायर का पहली गजल संग्रह सिलसिला उन्नीस सौ अस्सी में आया था।

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UP Patrika

Aug 14, 2016

jhansi

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झांसी. देश के मशहूर शायरों की फेहरिस्त में शुमार अयाज झांसवी के गुजर जाने के बाद उनका नाम गुमनाम होने की कगार पर है। झांसी के इस शायर का पहली गजल संग्रह सिलसिला उन्नीस सौ अस्सी में आया था। बाद में लगभग पैतीस साल बाद इसी साल सिलसिला का दूसरा संस्करण प्रकाशित हुआ है। इस गजल संग्रह में पांच नई गजल हैं जो पिछले संस्करण में नहीं थीं। इन पांच गजलों का एक एल्बम भी आने वाला है जिसे जसवंत सिंह और घनश्याम वासवानी ने अपनी आवाज दी है।

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अयाज झांसवी के गजलों को अनुराधा पौड़वाल, जगजीत सिंह जैसे कई नामी गजल गायक अपनी आवाज देते रहे हैं। अयाज झांसी के दुनिया से गुजर जाने के बाद अब लोग चाहते है कि उनकी यादों को सहेजने के लिए सरकारी स्तर पर प्रयास किये जाए। उनके पुत्र इम्तियाज बताते है कि सिलसिला के नए संस्करण में नए गजल और गीत शामिल हैं। यदि सरकार मदद करें तो उनकी बहुत सारी अप्रकाशित रचनाएँ लोगो के सामने आ सकती हैं। इम्तियाज चाहते हैं कि इस नए संग्रह का विमोचन इस तरह से हो जिससे अधिक से अधिक लोगों तक अयाज झांसवी की ग़ज़लें और गीत पहुंच सके।

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पिछले दिनों अयाज झांसवी के परिवार के लोगों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और राज्यपाल राम नाइक को एक पत्र लिखकर अयाज झांसवी के नाम पर अवार्ड शुरू करने की मांग की है। परिवार के लोगों ने मांग की हैं कि उर्दू शायरी के क्षेत्र में काम कर रहे लोगों को उनके नाम पर हर साल एक अवार्ड दिया जाए जिससे उन लोगो को बढ़ावा मिल सके जो उर्दू साहित्य के लेखन में अपना समय लगा रहे है।