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सरकारी स्कूल निजी से बेहतर काम कर रहे हैं – स्वाति पीरामल

interview of the swati piramal : उद्योगपति पीरामल ग्रुप के चेयरमैन अजय पीरामल व उनकी पत्नी पीरामल ग्रुप की वाइस चेयरमैन स्वाति पीरामल अपने पैतृक गांव बगड़ आए। उनके साथ टाटा संस के चेयरमैन नटराजन चंद्रशेखरन व उनकी पत्नी ललिता, फाउंडेशन हैड आदित्य नटराजन भी थे। अजय स्वाति पीरामल ने अपने पुत्र आनंद व बहू ईशा अंबानी को पुत्र व पुत्री होने की खुशी में घर-घर मिठाई भी बंटवाईं। पीरामल के साथ आए कई उद्योगपतियों ने पीरामल फाडंडेशन की ओर से करवाए जा रहे कार्यों को देखा।

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सरकारी स्कूल निजी से बेहतर काम कर रहे हैं - स्वाति पीरामल

सरकारी स्कूल निजी से बेहतर काम कर रहे हैं - स्वाति पीरामल

देश की प्रसिद्ध उद्योगपति एवं पीरामल समूह की उपाध्यक्ष पदमश्री स्वाति पीरामल निजी स्कूलों की तुलना में सरकारी को बेहतर मानती हैं। पेश है स्वाति से हुई बातचीत के प्रमुख अंश....

: बगड़ में ट्रस्ट के स्कूलों के हाल बेहतर नहीं है, कुछ नया करेंगी?

: प्राइवेट स्कूल पहले बहुत पैसा बनाते थे, वह अब बंद हो गया है, क्योंकि सरकारी स्कूल बेहतर काम कर रहे हैं। हमें सरकारी स्कूलों को बढ़ावा देना होगा।

: बगड़ में क्या नया कर रहे हैं?

: जर्मनी, इंग्लैंड आदि जगह विशेष बच्चों के लिए विशेष स्कूल हैं, भारत में निजी स्कूल ऐसा नहीं कर रहे हैं। अगले छह माह में बगड़ में विशेष बच्चों के लिए अच्छा सेंटर बनाएंगे। सोसायटी का यह दायित्व है कि वह समाज के सबसे कमजोर वर्ग की उन्नति पर भी ध्यान दें।

: आज बगड़ आने का विशेष कारण?

: मेरे दादी ससुर ने करीब सौ साल पहले बगड़ में शिक्षा की अलख जगाई थी। बगड़ की शिक्षा के क्षेत्र में अलग पहचान रही है। अब देशभर के हमारे सहयोग से लाभान्वित हुए अस्सी व्यक्तियों को यहां लाए हैं। देश भर के उद्योगतियों के सामने उन्होंने बताया कि कैसे उनका जीवन बदला है। हमारा फाउंडेशन किस प्रकार लोगों की जिंदगी को आसान बना रहा है।

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: लाभार्थी कहां से आए हैं?

: यह पूरे देश भर के हैं। जहां हमारा पीरामल फाउंडेशन कार्य करता है। इनमें यंग फैलो हैं, सरकारी अधिकारी हैं, बच्चे हैं व महिलाएं हैं। उन्होंने सभी के सामने फाउंडेशन के कार्यों की प्रशंसा की है।

: बहू और पौते बगड़ कब आ रहे हैं?

: हमारे घर पर जब खुशी का मौका होता था, तो मेरी सास बड़ी परात में मिठाई, दाल, चावल पूरे गांव में बांटती थी, हमने आज पौते की खुशी में मिठाई बंटवाई है। हम बगड़ आते रहते हैं, जल्द ही बहू व पौते भी बगड़ आएंगे।

: देश में क्या योजना है?

: हमें राष्ट्रीपति दोपद्री मुर्मू व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आदिवासी क्षेत्र में काम करने का आदेश दिया है, हम ओड़िसा, छत्तीसगढ़, आसाम, राजस्थान, एमपी, नागालैंड सहित अनेक आदिवासी राज्यों में जल, शिक्षा व मेडिकल पर काम कर रहे हैं। डिजीटल को बढ़ावा दे रहे हैं।

सरकारी स्कूल व सरकारी अस्पतालों को बेहतर बना रहे हैं। यूपी का सबसे खराब अस्पताल था, हमारे फैलो ने वहां काम किया अब वह यूपी का सबसे बेहतर अस्पताल बन गया। ऐसा ही अब अन्य अस्पतालों को लेकर कर रहे हैं। बिहार में काम कर रहे हैं।

: मेडिकल के क्षेत्र में क्या कर रही हैं?

: हर व्यक्ति को सस्ता व बेहतर इलाज मिले इसके लिए हमारा फाउंडेशन काम कर रहा हैं। एसएचजी व छोटे एनजीओ के सहयोग से काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री चाहते हैं 2025 तक भारत टीबी मुक्त हो, इस क्षेत्र में काम कर रहे हैं।

: जम्मू कश्मीर में क्या खास किया?

: वहां के पंद्रह सौ सरकारी स्कूलों को हमने बेहतर बना दिया। इसकी हर जगह प्रशंसा हो रही है।