
आयुष सिंह
राजेश शर्मा
बिहार की राजधानी पटना के रहने वाले आयुष सिंह की उम्र अभी तक महज सत्रह साल है, लेकिन वह बड़ी उम्र के बड़े लोगों से ज्यादा कमा रहे हैं। वे कोडिंग, एआई, डेटा साइंस व मशीन लर्निंग से हर माह करीब पंद्रह लाख रुपए कमा रहे हैं। राजस्थान के झुंझुनूं शहर में आए आयुष सिंह ने राजस्थान पत्रिका को अपने संघर्ष व सफलता की कहानी साझा करते हुए युवाओं से कहा कि वे नियमित मेहनत करें। ऐसा विषय चुनें जो अगले बीस-तीस साल तक लोगों की जरूरत बनने वाले हैं। आयुष ने बताया, वर्ष 2020 में जब कोराना आया तब मां का काम बंद हो गया, पिता का छोटा बिजनेस था, उसमें भी घाटा लग गया। एक समय ऐसा आया जब घर का खर्चा चलाना मुश्किल हो गया। हर तरफ निराशा का माहौल था। तब मैं सातवीं कक्षा में पढ़ता था, उम्र लगभग तेरह वर्ष थी। माता-पिता मुझे आर्थिक संकट के बारे में नहीं बताते थे। लेकिन आर्थिक संकट मुझे समझ में आ रहा था। तब मैंने यू ट्यूब पर रुपए कैसे कमाएं सर्च किया। कई आइडिया आए, इसमें मैंने सबसे कठिन विषय चुना। यह विषय था कोडिंग से रुपए कमाएं। लगभग एक साल तक यह कोर्स किया। ऑनलाइन पढाई की। कोडिंग, एआई, डेटा साइंस व मशीन लर्निंग का फ्री वाला कोर्स किया।
लगभग एक साल बाद कोर्स पूरा होने के बाद मैंने जॉब के लिए अनेक कम्पनियों में आवेदन किया। पहली बार मुझे दस हजार रुपए का जॉब ऑफर किया गया, लेकिन बाद में यह कहकर जॉब नहीं दिया इसकी उम्र अभी कम है। इसके बाद मैंने आईआईटी मद्रास व एमआईटी अमरीका से ऑनलाइन फ्री वाले कई कोर्स किए। इसके बाद यूएसए की कम्पनी ने दो लाख रुपए माह का जॉब दिया। मैंने कुछ माह जाॅब किया, साथ ही दूसरी कम्पनी में आवेदन करता रहता। इसके बाद जर्मनी की कम्पनी में तीन लाख रुपए माह का जॉब मिला। जो कमियां अमरीका व जर्मनी की कम्पनी में थी, उनको दूर करते हुए खुद की कम्पनी बना ली। बाद में इस कम्पनी 49 प्रतिशत की हिस्सेदारी दुबई की कम्पनी को दो मिलियन अमरीकी डॉलर में बेच दिए। इससे परिवार का जीवन स्तर सुधरा। वह बेंगलुरु में शिफ्ट हो गया। इसके साथ लंदन की कम्पनी में जॉब करता रहा। जब वेतन पांच लाख रुपए मासिक हो गया तो मैंने वह जॉब छोड दी। अब खुद की कम्पनियों के लिए काम कर रहा हूं। हर माह लगभग पंद्रह लाख रुपए कमा लेता हूं।
नियमित मेहनत करें। हर क्षेत्र में जॉब व पैसा है, लेकिन लम्बे समय तक चलने के लिए आपको क्वालिटी देनी पड़ेगी। ऐसे विषय चुनें जो भविष्य में बीस-तीस साल तक लोगों की जरूरत बनने वाले हैं। सुबह पांच बजे उठे। नियमित खेल भी खेलें। माता-पिता का कहा जरूर मानें।
Updated on:
30 Oct 2024 12:39 pm
Published on:
30 Oct 2024 12:33 pm
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