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झुंझुनूं की जेलों में क्षमता से ज्यादा ठूंसे बंदी

कोरोना की दूसरी लहर में जिला जेल में क्षमता से ज्यादा बंदी थे और कोरोना का संक्रमण फैला था तो क्षमता से ज्यादा बंदियों को स्पेशल सेंट्रल जेल श्यालावास (दौसा) में शिफ्ट करना पड़ा था। इन बंदियों को शिफ्ट करने के बावजूद जिला मुख्यालय के मंडावा मोड़ स्थित जिला जेल और खेतड़ी उप जेल में क्षमता से ज्यादा बंदी हो गए हैं।

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झुंझुनूं की जेलों में क्षमता से ज्यादा ठूंसे बंदी

झुंझुनूं की जेलों में क्षमता से ज्यादा ठूंसे बंदी

झुंझुनूं. प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। अगर तीसरी लहर में कोरोना ने दस्तक दी और सावधानी नहीं बरती गई तो इसका खमियाजा हर किसी को भुगतना पड़ सकता है। क्योंकि कोरोना की दूसरी लहर में जिला जेल में क्षमता से ज्यादा बंदी थे और कोरोना का संक्रमण फैला था तो क्षमता से ज्यादा बंदियों को स्पेशल सेंट्रल जेल श्यालावास (दौसा) में शिफ्ट करना पड़ा था। इन बंदियों को शिफ्ट करने के बावजूद जिला मुख्यालय के मंडावा मोड़ स्थित जिला जेल और खेतड़ी उप जेल में क्षमता से ज्यादा बंदी हो गए हैं। अब कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के चलते जेल प्रशासन को चिंता सताने लगी है। कोरोना की दूसरी लहर में बंदियों की क्षमता ज्यादा थी। कई महिला-पुरुष बंदी कोरोना पीडि़त हुए थे। जिसके चलते वहां पर कार्यरत पुलिसकर्मी भी कोरोना की चपेट में आ गए।

खेतड़ी में क्षमता से दोगुने, झुंझुनूं में 36 ज्यादा


जिला जेल झुंझुनूं
जिला मुख्यालय पर मंडावा मोड़ स्थित जिला जेल में 210 बंदियों को रखने की क्षमता है। जबकि वर्तमान में यहां पर 246 बंदी हैं। यहां पर 36 बंदी ऐसे हैं जिन्हें दूसरी जगह शिफ्ट करने की जरूरत है।


उप जेल खेतड़ी
उप जेल खेतड़ी में बंदियों के रखने की क्षमता 33 है। जबकि यहां पर वर्तमान में 60 बंदी यानि क्षमता से दोगुने हैं। ऐसे में जेल प्रशासन के सामने निगरानी समेत अन्य व्यवस्थाओं के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है।

60 बंदियों को किया गया था
जिला मुख्यालय पर मंडावा मोड स्थित जिला जेल से कोरोना की दूसरी लहर के दौरान 60 बंदी ज्यादा हो गए थे। जिन्हें रखने के लिए बैरकों में जगह तक नहीं थी। इस पर जेल प्रशासन को स्पेशल सेंटर जेल श्यालावास (दौसा) जिले की जेल में शिफ्ट करना पड़ा था।

जेल की क्षमता 33 बंदियों की है, जबकि यहां पर 60 बंदी हैं। जेल का भवन भी काफी पुराना है। 37 लाख रुपए का एस्टीमेट बनाकर सरकार को भेजा गया है।
सुरेश मीणा, जेलर उप जेल (खेतड़ी)

वर्तमान में जेल में क्षमता से 36 बंदी ज्यादा है। कोरोना की दूसरी लहर में भी 60 बंदियों को स्पेशल सेंट्रल जेल श्यालावास (दौसा) शिफ्ट किया गया था। इनमें कई तो रिहा हो गए हैं। जेल की क्षमता जेल की क्षमता 210 है कि जबकि यहां पर 246 बंदी हैं।
भैरोसिंह, उपाधीक्षक जेल (झुंझुनूं)