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झुंंझुनूं में क्या रहे भाजपा की जीत के कारण, जानें इनसाइड स्टोरी

इससे पहले यहां से वर्ष 2003 में भारतीय जनता पार्टी की सुमित्रा सिंह ने जीत दर्ज की थी। झुंझुनूं में भाजपा की यह तीसरी जीत है। इसमें दो उप चुनाव शामिल हैं।

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जीत के बाद जश्न मनाते राजेन्द्र भाम्बू व समर्थक।

राजस्थान के झुंझुनूं विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा ने अपना परचम लहराया है। सत्ता पर सवार भाजपा के राजेन्द्र भाम्बू ने यहां इतिहास दोहराते हुए फिर कमल खिलाया है। उन्होंने 90425 वोट लेकर कांग्रेस के अमित ओला को रेकॉर्ड 42 हजार 848 मतों से हरा दिया। झुंझुनूं के इतिहास में भाजपा की यह सबसे बड़ी जीत है। इसी के साथ ओला परिवार का गढ़ ढह गया। इससे पहले वर्ष 1996 में उप चुनाव हुए थे। तब भाजपा के डॉ. मूलसिंह शेखावत ने जीत दर्ज की थी। उस समय भी प्रदेश में भाजपा की सरकार थी। अब फिर ऐसा ही चुनाव रहा। पहले उप चुनाव का कारण तत्कालीन विधायक शीशराम ओला का सांसद बनना था। उस समय शीशराम ओला के बेटे बृजेन्द्र ओला को कांग्रेस ने टिकट दिया था। इस बार विधायक बृजेन्द्र ओला के सांसद बनने के कारण उप चुनाव हुए। कांग्रेस ने सांसद के बेटे अमित ओला को टिकट दिया। दोनों ही उपचुनाव में ओला परिवार की हार हुई है।

तीसरी बार जीत

इससे पहले यहां से वर्ष 2003 में भारतीय जनता पार्टी की सुमित्रा सिंह ने जीत दर्ज की थी। झुंझुनूं में भाजपा की यह तीसरी जीत है। इसमें दो उप चुनाव शामिल हैं।

भाजपा की जीत के बड़े कारण

-सत्ता का फायदा मिला

-पार्टी ने बगावत रोककर एकजुट किया

-मुख्यमंत्री की दो बड़ी सभा हुई, दोनों डिप्टी सीएम सहित कई बड़े नेताओं के दौरे हुए।

-सही टिकट वितरण व बूथ स्तर पर प्रबंधन अच्छा रहा।

-नहर का पानी लाने का वादा।

कांग्रेस की हार के बड़े कारण

-ओला परिवार के प्रति परम्परागत वोटर्स में नाराजगी ।

-टिकट नहीं मिलने से अल्पसंख्यक समुदाय में नाराजगी

-पूरे चुनाव में कांग्रेस का एक भी बड़ा नेता प्रचार के लिए नहीं आया, स्टार प्रचारक अशोक गहलोत, गोविंद सिंह डोटासरा, सचिन पायलट की कमी खली।

-प्रत्याशी अमित ओला का झुंझुनूं जिला मुख्यालय पर ठहराव
कम।

-हर बार ओला भाजपा की बगावत में जीतते रहे हैं, इस बार बगावत कांग्रेस में रही।

-वोटर से डाइरेक्ट जुड़ाव में कमी आई। मीडिया से भी दूरी बनाई।

जानें किसे कितने वोट मिले

राजेंद्र भांबू (भाजपा) 90425

अमित ओला (कांग्रेस) 47577

राजेंद्र सिंह गुढ़ा (निर्दलीय) 38751

आमीन (आजाद समाज पार्टी) 2043

मधु मुरारका (राष्ट्रीय मंगलम पार्टी) 265

अमित (निर्दलीय) 144

अमित कुमार (निर्दलीय) 123

अलतीफ (निर्दलीय) 77

कैलाश दास महाराज (निर्दलीय) 159

दान सिंह शेखावत (निर्दलीय) 1286

निशा कंवर (निर्दलीय) 425

नोटा1365

कब कब जीती भाजपा

पहली बार: वर्ष 1996 के उप चुनाव में भाजपा के डॉ. मूल सिंह शेखावत ने जीत दर्ज की।

दूसरी बार: वर्ष 2003 में भाजपा की सुमित्रा सिंह ने जीत दर्ज की।

तीसरी बार: वर्ष 2024 के उप चुनाव में राजेन्द्र सिंह भाम्बू जीते।

जानें अपने नए विधायक को

नाम: राजेन्द्र भाम्बू

पिता का नाम: नवरंग भाम्बू

पत्नी: अंजू भाम्बू

उम्र: 67 वर्ष

शिक्षा: एमए इतिहास

सम्पती: 21 करोड़ 65 लाख से ज्यादा

निवास: अग्रसेन सर्किल, झुंझुनूं


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