
आप खुद बना सकते हैं आयुष्मान कार्ड
आप अपना आयुष्मान भारत कार्ड बनवाना चाहते हैं तो कहीं चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। विकसित भारत संकल्प यात्रा में ऐसे कार्ड निशुल्क बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा आप खुद भी अपने मोबाइल से यह कार्ड बना सकते हैं। जिले में अभी वर्ष 2011 की सामाजिक एवं आर्थिक जनगणना में शामिल 6 लाख 94 हजार483 आयुष्मान कार्ड का लक्ष्य दिया गया है। कार्ड बनाने में अभी जिला जिला प्रदेश में शीर्ष पर है। सीएमएचओ डॉ राजकुमार डांगी ने बताया कि अब तक जिले में 6 लाख एक हजार 760 का आंकड़ा हासिल कर लिया। पात्र लोगों के आयुष्मान कार्ड विकसित भारत संकल्प यात्रा में कार्यरत चिकित्सकीय स्टाफ, आशा एवं एनएनएम की ओर से बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा कार्य को गति देने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अन्य कार्मिकों का भी सहयोग लिया जा रहा है।
यह करना होगा
आमजन अपने मोबाइल पर पीएमजेएवाई एप डाउनलोड कर खुद भी आयुष्मान कार्ड बना सकते हैं। प्ले स्टोर से पीएमजेएवाई एप डाउनलोड करने के बाद उसमें लॉगिन पर क्लिक करें। बैनीफिशरी पर क्लिक करें, अपना मोबाइल नंबर लिखकर वैरिफाई पर क्लिक करें। मोबाइल में आए ओटीपी को लिखें एवं मोबाइल स्क्रीन के नीचे लिखा कैपचा भी लिखें। इसके बाद आई स्क्रीन में मांगी गई जानकारी लिखें। यदि आप इस योजना के लिए पंजीकृत नहीं हैं, तो इसका मैसेज स्क्रीन पर आ जाएगा और यदि पात्र हैं तो ही अगली स्क्रीन पर जाएंगे। अगली स्क्रीन पर पहचान कार्ड में पंजीकृत परिवार के सभी सदस्यों का नाम आ जाएगा। इनमें जिस भी व्यक्ति का रजिस्ट्रेशन किया जाना है, उन्हें नारंगी रंग में लिखा गया है। उसके सामने लिखे हुए डू ई-केवाईसी पर क्लिक करें। उसके बाद ऑथोराइजेशन के लिए आधार ओटीपी पर क्लिक करें और साथ ही लाभार्थी आधार का ओटीपी लिखें एवं ओके करें। मोबाइल स्क्रीन पर एक प्रमाणीकरण संदेश आएगा कि आपने परिवार दौरान के रूप में सफलतापूर्वक प्रमाणीकरण कर लिया है। ई-केवाईसी पूर्ण होने के बाद नारंगी रंग में जो नाम था वह हरे रंग में बदल जाएगा। इसके बाद आयुष्मान कार्ड को डाउनलोड कर सकते हैं।
5 लाख तक के नि:शुल्क इलाज की सुविधा
योजना के तहत पात्र परिवार के प्रत्येक सदस्य का आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। वहीं, इस योजना में पंजीकृत परिवार के सदस्यों को देश भर के चिन्हित सरकारी व निजी अस्पतालों में अभी तक 5 लाख रुपए तक के नि:शुल्क इलाज का प्रावधान है। इसमें कोरोना, कैंसर, गुर्दा रोग, हृदय रोग, डेंगू, चिकिनगुनिया, मलेरिया, डायलिसिस एवं मोतियाबिंद सहित अन्य चिन्हित गंभीर बीमारियों को शामिल किया गया है।
Published on:
08 Jan 2024 11:00 pm
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