आइआइटी जोधपुर में 360 डिग्री पर दीक्षांत समारोह, छात्रों के अवतार ने ली डिग्रियां
जोधपुरPublished: Dec 06, 2020 05:36:03 pm
IIT Jodhpur


आइआइटी जोधपुर में 360 डिग्री पर दीक्षांत समारोह, छात्रों के अवतार ने ली डिग्रियां
जोधपुर. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर (IIT Jodhpur) में रविवार को छठा दीक्षांत समारोह मिक्सड रियलिटी मोड पर आयोजित किया गया यानी आइआइटी के सभाागार में सामान्य दीक्षांत समारोह की तरह दीक्षांत शोभा यात्रा मंच पर क्रमानुसार आई, लेकिन छात्र दर्शक दीर्घा की बजाय अपने घर बैठे थे और सभी 232 छात्र-छात्राओं के 3-डी अवतार ने वर्चुल मोड पर डिग्रियां ग्रहण की। समारोह की खासियत इसका 360 डिग्री पर लाइव प्रसारण किया गया। यू-ट्यूब, आइआइटी वेबसाइट सहित अन्य सोशियल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक साथ 2-डी और 3-डी प्रसारण हुआ। कोविड-19 को देखते हुए देश में इससे पहले आइआइटी बोम्बे ने वर्चुअल दीक्षांत समारोह रखा था लेकिन आइआइटी जोधपुर ने इससे कुछ आगे जागे मिक्सड रियलिटी के साथ 360 डिग्री का प्रसारण दिखाया।
दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि ट्यूरिंग एवार्ड विजेता आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) के पिता ज्योफ्री हिंटन थे। वे सीधा कनाडा के टोरंटो से वर्चुअल मोड पर शामिल हुए। रविवार को उनका जन्मदिन भी था और यह उनका पहला दीक्षांत समारोह उद्बोधन भी था। उन्होंने भू-विज्ञान के दो उदाहरणों से छात्र-छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि अगर दिमाग में कोई हटकर आइडिया आ रहा है तो उसे सोचे-समझे बगैर ही कूड़ेदान में मत फैंको। महाद्वीपिय विस्थापन के सिद्धांत को शुरुआत में बताने वालों को मूर्ख समझा गया। आस्ट्रेलिया की ग्रेट बेरियर रीफ के संबंध में डार्विन के सिद्धांत को नकारा गया। बाद में पूरी दुनिया ने माना। 1950 में शुरुआत में एआई के संबंध में बायोलॉजिकल इंस्पायर्ड एप्रोच और बाद में न्यूरल नेटवर्क एप्रोच को किसी ने स्वीकार नहीं किया। अब पूरी दुनिया में एआई का कोई जवाब नहीं है। अध्यक्षता आइआइटी के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष डॉ आर. चिदम्बरम ने की। आइआइटी जोधपुर के निदेशक प्रो शांतनु चौधरी ने प्रतिवदेन पढ़ा।