6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जोधपुर में 431 मरीज अपने घर के एकांतवास में ले रहे कोरोना का उपचार

- अब तक 792 डिस्चार्ज - होम आइसोलेशन में एक भी कोरोना संक्रमित की मौत नहीं

less than 1 minute read
Google source verification
जोधपुर में 431 मरीज अपने घर के एकांतवास में ले रहे कोरोना का उपचार

जोधपुर में 431 मरीज अपने घर के एकांतवास में ले रहे कोरोना का उपचार

जोधपुर. शहर में कोरोना संक्रमितों को होम आइसोलेशन में भी रखा जा रहा है। गनीमत है कि अभी तक जोधपुर में सभी सकुशल स्वस्थ हुए है। प्रदेश में सर्वप्रथम होम आइसोलेशन का ट्रेंड भी जोधपुर से ही शुरू हुआ था। जोधपुर में अब तक 1224 संक्रमित होम आइसोलेशन में रहे हैं। इनमें 792 डिस्चार्ज भी किया जा चुका है। वर्तमान में 431 मरीज अपने घर के एकांतवास में कोरोना का उपचार ले रहे है।

यों हो रहे होम आइसोलेशन
संक्रमित मरीज मिलने के बाद चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से अपने एक चिकित्सक को मरीज के घर भेजा जाता है। मरीज युवा है और कोई बीमारी से ग्रसित नहीं है, कोरोना में भी बिना लक्षण वाला है तो उसको होम आइसोलेशन में आसानी से रखा जाता है। होम आइसोलेशन में रखने के लिए विभाग अंडरटेंकिंग भी लेता है। वहीं कोई मरीज क्रॉनिक डिजीज, गर्भवती, वृद्ध है तो उसको अस्पताल ले जाया जाता है। इनमें कोई मरीज संक्रमित होने के साथ बिना लक्षण वाला है तो उसको बोरानाडा कोविड सेंटर एप्रोच किया जाता है। यदि गंभीर है तो बड़े चिकित्सा संस्थान रैफर किया जा रहा है।

होम आइसोलेशन के लिए कई लगाते हैं अप्रोच
इन दिनों मरीज को होम आइसोलेशन रखने के लिए कई लोग अप्रोच भी लगा रहे है। कई मरीज सरकारी अस्पतालों की अव्यवस्थाओं के वायरल वीडियो देख भी सहमे हुए है। हालांकि विभाग ज्यादातर बिना लक्षण वाले संक्रमितों को ही होम आइसोलेशन में रखने की सलाह देता है। प्रतिदिन एेसे मरीजों को अपने रक्त में ऑक्सीजन स्तर की रिपोर्ट विभाग के तय किए गए डॉक्टरों तक पहुंचानी पड़ती है।