जोधपुर।
रातानाडा भाटी चौराहे पर पुलिस हिरासत में बंदी सुरेशसिंह की हत्या को 15 महीने बीतने को हैं, लेकिन अभी तक हत्या करने के आरोपी शूटर अजयपालसिंह उर्फ व हिमांशु मीणा और साजिश में शामिल भरतसिंह फरार हैं। यह तीनों आरोपी और भरतसिंह का हिस्ट्रीशीटर भाई प्रवीण सिंह (वर्तमान में न्यायिक अभिरक्षा में) फरारी के दौरान कई मर्तबा उज्जैन में मंदिर के दर्शन के बहाने मिलते रहे हैं। चारों आरोपी समय-समय पर उज्जैन में एकत्रित होते थे और दर्शन के बहाने मिलते थे।
पुलिस की मानें तो जब्बरसिंह ने दोनों शूटर व पुत्र भरत को सोमवार रात मणिहारी गांव में पनाह दी थी और वह मंगलवार सुबह तीनों को उज्जैन छोड़ने जा रहा था। हालांकि पूछताछ के दौरान जब्बरसिंह ने अभी तक यह कबूल नहीं किया है।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) डॉ अमृता दुहन का कहना है कि पाली में मणिहारी निवासी हिस्ट्रीशीटर जब्बरसिंह को गिरफ्तार किया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है।
मोबाइल से सुराग जुटाने में लगे साइबर एक्सपर्ट
पुलिस कमिश्नरेट व पाली पुलिस ने जब्बरसिंह व उसके भाई भंवरसिंह मण्डली के ठिकानों पर दबिश देकर 44 लाख रुपए, 18 मोबाइल, अनेक सिमें व 22 वाहन जब्त किए थे। अधिकांश की-पेड वाले मोबाइल हैं। इन मोबाइल व सिमों से पुलिस को फरार शूटर अजयपालसिंह व हिमांशु और भरतसिंह के सुराग मिलने की उम्मीद है। इसलिए साइबर एक्सपर्ट की टीम से मोबाइल व सिम का विश्लेषण कराया जा रहा है।
पैरोल से फरार हत्यारे को पनाह देने में रिमाण्ड पर
18 दिसम्बर 2021 को बंदी सुरेशसिंह की भाटी चौराहे के पास पुलिस हिरासत में गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में हिस्ट्रीशीटर जब्बरसिंह व उसके पुत्र प्रवीणसिंह और विक्रमसिंह को गिरफ्तार किया गया था। जब्बरसिंह जमानत पर है। हत्या करने पर आजीवन कारावास की सजा काटने के दौरान शूटर अजयपालसिंह जनवरी 2019 में जेल से फरार हो गया था। तब से वह फरार है। अजयपाल को पनाह देने व उसकी मदद के आरोप में जब्बरसिंह को गिरफ्तार किया गया है। थानाधिकारी सत्यप्रकाश ने बताया कि जब्बरसिंह को पांच दिन के रिमाण्ड पर लिया गया है। उसके खिलाफ चार्जशीट दाखिल होने पर पुलिस हत्या के मामले में मिली जमानत खारिज करने के लिए याचिका दाखिल करेगी।