थानाधिकारी देवीचंद ढाका ने बताया कि जैसलमेर बाइपास पर चोखा गांव में रॉयल्टी नाका है, जहां सोमवार मध्यरात्रि पत्थर से भरा एक ट्रक आया और चालक रॉयल्टी रसीद कटवाने लगा। तभी पीछे से तेज रफ्तार में पत्थर से भरा एक अन्य डम्पर वहां आया। अंधेरे में चालक ट्रक को देख नहीं पाया और डम्पर पीछे से ट्रक में जा घुसा। डम्पर की रफ्तार इतनी तेज थी कि उसके केबिन के परखच्चे उड़ गए। जबकि ट्रक सड़क से उतरकर मिट्टी में धंसकर रुका। नागौर जिले में पांचोड़ीथानान्तर्गत माडपुरा गांव निवासी चालक पीराराम व खलासी मोबतरामडम्पर में फंस गए।
रॉयल्टी नाका कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना दी। साथ ही वहां से निकल रहे वाहन चालकों की मदद से दोनों को बाहर निकाला। तब तक माडपुरा निवासी खलासी मोबतराम 19 पुत्र उदाराम जाट की मौत हो चुकी थी। घायल पीराराम को एम्बुलेंस से एमडीएम अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जाती है। पुलिस ने परिजन को सूचित किया। उनके पहुंचने पर मंगलवार को पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजन को सौंपा गया।