- एसओजी के समक्ष पेश परिवाद की जांच में महिला कांस्टेबल के दस्तावेज में फोटो व हस्ताक्षर पर संदेह- एफएसएल जांच के लिए आरएसी ने दर्ज करवाई धोखाधड़ी की एफआइआर
जोधपुर।
मण्डोर रोड पर प्रथम बटालियन आरएसी की एक महिला कांस्टेबल के चयन पर सवालिया निशान लगाए गए हैं। एसओजी को मिले परिवाद में महिला कांस्टेबल की जगह भाई ने किसी अन्य महिला अभ्यर्थी से परीक्षा दिलाकर चयन करवाने सहित अनेक आरोप लगाए हैं। आरएसी के डिप्टी कमाण्डेंट की ओर से आंतरिक जांच में महिला कांस्टेबल के दस्तावेज में फोटो व हस्ताक्षर में संदेह नजर आने पर दस्तावेज की एफएसएल जांच करवाने के लिए आरएसी ने मण्डोर थाने में धोखाधड़ी व राजस्थान परीक्षा अधिनियम में एफआइआर दर्ज करवाई है।
पुलिस के अनुसार प्रथम बटालियन आरएसी के सूबेदार कंवराराम ने कमाण्डेंट के मार्फत भेजी रिपोर्ट के आधार पर कांस्टेबल सरला व उसके भाई रमेश के खिलाफ एफआइआर दर्ज करवाई है। जांच की जा रही है। आरोप है कि एसओजी के एसपी द्वितीय के समक्ष परिवाद पेश हुआ था। जिसमें आरएसी की कांस्टेबल सरला की किसी अन्य महिला अभ्यर्थी के परीक्षा देने का आरोप लगाया गया। महिला सिपाही के भाई रमेश पर फर्जी अभ्यर्थी को बिठाने, वर्ष 2017 से 2023 तक प्रश्न पत्र आउट करवाना, उत्तर कुंजी बेचना, लेपटॉप में अभ्यर्थियों के फोटो एडिट करने के आरोप भी लगाए गए हैं। रमेश सरकारी कर्मचारी बताया जाता है।
फोटो-हस्ताक्षर संदिग्ध, एफएसएल जांच में होगा स्पष्ट
एसओजी ने गत 8 मार्च को यह परिवाद जांच के लिए आरएसी में भिजवाया था। जिस पर आरएसी के डिप्टी कमाण्डेंट ने जांच की थी। जांच में सामने आया कि महिला कांस्टेबल ने वर्ष 2013 में भर्ती परीक्षा दी थी और फिर चयनित हुई थी। उसके दस्तावेज की जांच करने पर प्रथम दृष्टया फोटो व हस्ताक्षर संदिग्ध नजर आए हैं। ऐसे में आरएसी की ओर से एफआइआर दर्ज कराई गई है। फोटो व हस्ताक्षर की एफएसएल जांच के बाद ही खुलासा हो पाएगा।
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एफएसएल जांच के लिए मामला दर्ज कराया....
'परिवाद की जांच के आधार पर महिला कांस्टेबल के फोटो व हस्ताक्षर पर कुछ संदेह हुआ है। एफएसएल जांच के लिए मामला दर्ज कराया गया है।'
नारायणसिंह राजपुरोहित, कमाण्डेंट प्रथम बटालियन आरएसी जोधपुर।