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Honey Trap से हाईवे पर खरीदी बेशकीमती जमीन, अब कुर्की की तैयारी

नए कानून बीएनएसएस 115 में संभवत: पहली कार्रवाई

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हनी ट्रैप से खरीदी जमीन पर जांच करते पुलिस व पटवारी और गिरफ्त में आरोपी।

जोधपुर.

अब तक मादक पदार्थ तस्करी से अर्जित तस्करों की सम्पत्तियां ही एनडीपीएस एक्ट में फ्रीज या अटैच की जाती थीं, लेकिन नए कानून बीएनएसएस-115 में किसी भी संगठित या सम्पत्ति संबंधी अपराध से अर्जित सम्पत्तियाें को पुलिस कुर्क करवा सकती है। जोधपुर ग्रामीण की बालेसर थाना पुलिस ने हनी ट्रैप गिरोह के सरगना की शेरगढ़ क्षेत्र में नेशनल हाईवे-125 पर तीन बीघा जमीन की कुर्की की तैयारी शुरू की है। पटवारी से जमीन का मूल्यांकन और माप शुरू करवाया है। कोर्ट के आदेश पर जमीन कुर्क की जा सकेगी। पुलिस का दावा है कि सरगना ने हनी ट्रैप से वसूले लाखों रुपए से यह जमीन खरीदकर गिरोह के एक अन्य गुर्गे के नाम करवाई है। देश में नया कानून लागू होने के बाद संभवत: यह पहली कार्रवाई है।

तीनों मामले में एक ही गैंग का हाथ

पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) धर्मेन्द्रसिंह यादव ने बताया कि व्यवसायियों को हनी ट्रैप में फंसाकर लाखों रुपए वसूलने के संबंध में पुलिस स्टेशन शेरगढ़ में एक और बालेसर में दो एफआइआर दर्ज हो चुकी हैं। तीनों मामले में एक ही गैंग का हाथ है। शेरगढ़ थानान्तर्गतखिरजा गांव में प्रभुसिंह नगर निवासी महेन्द्रसिंह पुत्र किशनसिंह गिरोह का सरगना है। गिरोह के गुर्गों को पकड़ने के बाद पूछताछ की गई। इसमें सामने आया कि महेन्द्रसिंह ने क्षेत्र में एनएच-125 पर एक होटल के सामने तीन बीघा जमीन खरीदी है। इसकी रजिस्ट्री गिरोह के अन्य गुर्गे कुई इन्दा निवासी नेपालसिंह पुत्र सांगसिंह के नाम करवाई गई है।

युवती के बाद एक और आरोपी गिरफ्तार

एसपी धर्मेन्द्रसिंह यादव का कहना है कि शेरगढ़ थाने में एफआइआर के बाद युवती को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जा चुका है। गिरोह में शामिल साथी शेरगढ़ थानान्तर्गतकेतूहमा गांव निवासी किशनसिंह (27) पुत्र नगसिंह को भी गिरफ्तार किया है। उससे पूछताछ की जा रही है।

ऐसे फांसते हैं जाल में

युवती के अलावा तिबना निवासी किशनसिंह पुत्र बाबूसिंह, देवेन्द्रसिंह पुत्र महेन्द्रसिंह, दुर्गावता निवासी मोतीसिंह पुत्र भंवरसिंह, नारायणसिंह, केतू निवासी किशनसिंह पुत्र नगसिंह, अभयसिंह व कुछ अन्य के खिलाफ एफआइआर दर्ज हैं। गैंग क्षेत्र के धनाढ्य व्यक्ति को चुनती है। सोशल मीडिया पर युवती से दोस्ती कराते हैं। युवती से मिलने के बहाने सुनसान जगह बुलाते हैं। वहां पहुंचते ही अपहरण कर मारपीट करते हैं। युवती के साथ अश्लील वीडियो व फोटो बनाते हैं। इन्हें वायरल करने की धमकी देकर 50 लाख से एक करोड़ तक रुपए मांगे जाते हैं। गिरोह पर दो व्यवसायियों से 62 लाख रुपए वसूलने का आरोप है।