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कैंसर मिटाने का ऐसा जुनून, गांव-ढाणियों में कर रहे जागरूक, जानने के लिए पढ़े खबर…

जोधपुर के एक समाजसेवी उम्मेदराज जैन कैंसर के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए मोबाइल वैन के माध्यम से निःशुल्क कैसर डिटेक्शन शिविर लगा रहे हैं।

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कैंसर मिटाने का ऐसा जुनून, गांव-ढाणियों में कर रहे जागरूक, जानने के लिए पढ़े खबर...

उम्मेदराज जैन मोबाइल वैन के माध्यम से निःशुल्क कैसर डिटेक्शन शिविर लगा रहे हैं

जयकुमार भाटी/जोधपुर। प्रदेश में आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में जानकारी के अभाव में समय पर उपचार नहीं मिल पाने से ग्रामीण कैंसर के कारण अपनी जान गंवाते हैं। अगर इस बीमारी का शुरुआत में ही पता चल जाए तो बेहतर उपचार संभव है। वहीं गांव और ढाणियों में लोगों को कैसर जांच की सुविधा भी नहीं मिल पाती। ऐसे में जोधपुर के एक समाजसेवी उम्मेदराज जैन कैंसर के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए मोबाइल वैन के माध्यम से निःशुल्क कैसर डिटेक्शन शिविर लगा रहे हैं। जैन के लगाए निशुल्क शिविर से अनेक लोगों को फायदा पहुंचा है। उनका सपना है कि सरकार के सहयोग से प्रदेश में अधिक से अधिक कैंसर डिटेक्शन शिविर लगाकर राजस्थान को कैंसर मुक्त बनाया जाए।

ऐसे हुई शुरुआत
30 वर्षों से समाज सेवा के क्षेत्र में अग्रणी ऑल इंडिया जैन माइनॉरिटी फेडरेशन शाखा के अध्यक्ष उम्मेदराज जैन पिछले 10 वर्षों से अर्ली कैंसर डिटेक्शन शिविर से लोगों को जागरूक कर रहे हैं। उनके शिविर से एक मित्र की पत्नी को समय रहते कैंसर का पता चला और उनकी जान बच सकी। ऐसे में महिला ने जैन को इस तरह के शिविर भविष्य में लगाने का आग्रह किया। जैन ने बताया कि अधिकतर महिलाओं में 40 की उम्र के बाद स्तन कैंसर व गर्भाशय कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा रहता है। उन्होंने बताया कि 5 दिसम्बर 2016 को जोधपुर में पहली बार नवाचार करते हुए महाराष्ट्र की जीएमसीएफ व ऑल इंडिया जैन माइनॉरिटी फेडरेशन के सहयोग से अत्याधुनिक चिकित्सकीय उपकरणों वाली मोबाइल कैंसर वैन मंगवाकर निशुल्क कैंसर डिटेक्शन शिविर लगाया गया। इस वैन के माध्यम से ग्रामीण लोगों के मुंह, फेफड़े, स्तन व बच्चेदानी के कैंसर की जांच की गई। इसके बाद से वे निरंतर लोगों की जान बचाने में जुटे हुए है। जैन इसके अतिरिक्त लंबे समय से कार्डिकारेस्ट की आपात स्थिति आने पर सीपीआर तकनीक का उपयोग करने का प्रशिक्षण युवाओं को दे रहे है। वे अब तक युवाओं, महिलाओं सहित 25 हजार से अधिक लोगों को सीपीआर तकनीक का प्रशिक्षण दे चुके हैं। कोरोना महामारी के दिनों में भी जैन ने चिकित्सा क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया। वहीं इनके समाज सेवा के जज्बे को देख विभिन्न राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं सहित प्रशासन ने भी कई बार सम्मानित किया है।