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JNVU Exam Paper Out: बाबू व चपरासी के भरोसे चल रहे कॉलेेज से आउट हुआ पेपर, जेएनवीयू ने दी थी मान्यता, जाने मामला

JNVU Exam Paper Out: बाड़मेर के कॉलेज से वाॅट्सऐप पर आउट हुआ पेपरफोटो में कॉलेज का फर्श व जूते नजर आएजेएनवीयू जांच के लिए भेजेगा अपनी टीमगत वर्ष ही जेएनवीयू ने दी थी मान्यता बाबू व चपरासी चला रहे कॉलेेज

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 JNVU Exam Paper Out: बाबू व चपरासी के भरोसे चल रहे कॉलेेज से आउट हुआ पेपर, जेएनवीयू ने दी थी मान्यता, जाने मामला

JNVU Exam Paper Out: बाबू व चपरासी के भरोसे चल रहे कॉलेेज से आउट हुआ पेपर, जेएनवीयू ने दी थी मान्यता, जाने मामला

JNVU Exam Paper Out: जोधपुर. जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय की 25 व 26 मई को हुई बीए द्वितीय व बीए प्रथम वर्ष की इतिहास विषय की परीक्षा का प्रश्नपत्र बाड़मेर जिले के सेड़वा गांव से एक कॉलेज से वाॅट्सऐप पर वायरल होने का अंदेशा है। सूत्रों के मुताबिक प्रश्र पत्र का मोबाइल से फोटो खींचने के दौरान कॉलेज का फर्श और संबंधित वीक्षक के जूते भी पिक्चर में आ गए हैं। विवि पुख्ता सबूत इकठ्ठा करने के लिए अपनी एक टीम सेड़वा भेज रहा है। टीम की रिपोर्ट के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी।

सूत्रों के मुताबिक संबंधित कॉलेज को वर्ष 2021 में ही जेएनवीयू से मान्यता मिली है। पहला साल होने के बावजूद विवि ने यहां परीक्षा सेंटर बना दिया। कॉलेज की अभी तक चारदिवारी भी नहीं है। प्राचार्य का पद भी रिक्त है। वर्तमान में एकाध बाबू व चपरासी के भरोसे ही परीक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। अगर संबंधित कॉलेज ने परीक्षा की वीडियोग्राफी करवाई है तो उसकी नकल सामने आ जाएगी। गौरतलब है कि वर्ष 2015 से 2017 के दौरान बाड़मेर के कॉलेजों में भी सामूहिक नकल के मामले सामने आए थे, बावजूद इसके विवि प्रशासन आंख मूंदकर उन्हें परीक्षा केेंद्र आवंटित कर रहा है।

सोशल मीडिया पर वायरल
गौरतलब है कि 25 व 26 मई को बीए प्रथम व बीए द्वितीय वर्ष के इतिहास विषय का पर्चा वाॅट्सऐप पर वायरल होने के बाद विवि की परीक्षाएं सवालों के घेरे में आ गई है। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की है। विवि ने जांच के लिए सिण्डीकेट सदस्य प्रो एसपीएस भादू की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित की है। दोनों की जांच अभी जारी है। इसी बीच बीते दिनों विवि की गोपनीय शाखा में भी आग लग गई थी, जो परीक्षा आयोजन में मुख्य भूमिका निभाती है।

एक घण्टे पहले खोला पेपर
विवि की परीक्षा का प्रश्नपत्र परीक्षा शुरू होने से 15 मिनट पहले खोला जाता है, लेकिन संबंधित कॉलेज ने दोनों दिन एक घण्टा पहले लिफाफा खोलकर वाॅट्सऐप पर पर्चा आउट कर दिया था। गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका ने अपने समाचारों के माध्यम से पहले ही गांवों के परीक्षा केंद्र से पेपर आउट होने की आशंका जताई थी।

प्रश्न पत्र वाॅट्सऐप पर वायरल होने के मामले में अभी जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद ही कुछ बता पाएंगे।
प्रो. के.एल. श्रीवास्तव, कुलपति, जेएनवीयू जोधपुर