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JNVU: सरकार बदलते ही 34 में से 28 बर्खास्त शिक्षकों की घर वापसी

jnvu news -गवर्नर के आदेश से नौकरी गंवाने वाले अयोग्य शिक्षकों की एसीबी के पत्र के बहाने वापसी-जेएनवीयू ने बदला सिंडीकेट का साढ़े तीन साल पुराना फैसला

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JNVU: सरकार बदलते ही 34 में से 28 बर्खास्त शिक्षकों की घर वापसी

JNVU: सरकार बदलते ही 34 में से 28 बर्खास्त शिक्षकों की घर वापसी

जोधपुर. जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में शिक्षक भर्ती 2012-13 में अयोग्यता के आधार पर मार्च 2017 में सिण्डीकेट के फैसले से बर्खास्त 34 में से 28 शिक्षकों को शनिवार को हुई सिण्डीकेट बैठक में बहाल करने का फैसला किया गया है। जबकि यह मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है।

सिण्डीकेट ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) और राज्य सरकार के अतिरिक्त महाधिवक्ता की रिपोर्ट के आधार पर शिक्षकों की घर वापसी पर मुहर लगाई। सिण्डीकेट का कहना कि दो माह पहले एसीबी ने पत्र लिखकर इन 28 शिक्षकों को जांच में दोषी नहीं पाने की सूचना दी है। इस पर विवि ने एएजी से कानूनी राय ली। सिण्डीकेट में सदस्यों ने कहा कि जब 28 शिक्षक दोषी ही नहीं है कि तो इनका फैसला रिवर्ट कर दिया जाए।

कमेटी ने भी माना था अयोग्य
तत्कालीन कुलाधिपति व राज्यपाल कल्याण सिंह ने जेएनवीयू शिक्षक भर्ती घोटाले की अपने स्तर पर जांच कराई थी। उन्होंने तत्कालीन कुलपति डॉ आरपी सिंह को प्राथमिक तौर पर अयोग्यता रखने वाले 34 शिक्षकों को बर्खास्त करने के निर्देश दिए थे। विवि ने प्रोफेसरों की तीन सदस्यीय प्रशासनिक कमेटी बनाकर पूछा कि ये शिक्षक 25 जनवरी 2013 तक यूजीसी रेगुलेशन-2009 की पालना करते हैं या नहीं? कमेटी ने इन शिक्षकों को अयोग्य माना। इन शिक्षकों को सुनवाई का मौका देने के बाद मार्च 2017 में सिण्डीकेट ने इनकी बर्खास्तगी पर मोहर लगा दी।

मुख्य एजेंडा में नहीं था प्रस्ताव
करीब सवा साल बाद शनिवार को हुई सिंडीकेट की नियमित बैठक में 29 एजेंडा आइटम थे। इसमें शिक्षकों की घर वापसी का आइटम नहीं था। इसे बैठक के बीच में ही टेबल आइटम बनाकर सिंडीकेट के सामने रख दिया गया।

इनका कहना है....
‘एसीबी ने हमें दो महीने पहले पत्र लिखकर दिया कि 28 शिक्षकों पर कोई आरोप नहीं है। शेष 6 शिक्षकों की जांच चल रही है इसलिए वर्तमान स्थिति के अनुसार इनकी बर्खास्तगी का आदेश पलटा गया है।’
-प्रो. प्रवीण चंद्र त्रिवेदी, कुलपति, जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर

इन्हें किया गया है बर्खास्त
1 अर्थशास्त्र - डॉ. जया भंडारी, डॉ. रजनीकांत त्रिवेदी
2 अंग्रेजी- डॉ. राखी व्यास, डॉ. ऋचा बोहरा, डॉ. वीनू जॉर्ज, डॉ. विभा भूत, डॉ. हितेंद्र गोयल व विवेक
3 भूगोल- डॉ. ललितसिंह झाला
4 इतिहास- डॉ. प्रतिभा सांखला, डॉ. महेंद्र पुरोहित
5 साइकोलॉजी- हेमलता जोशी
6 समाजशास्त्र- राजेंद्रसिंह खींची व ऋषभ गहलोत
7 लोक प्रशासन- शरद शेखावत
8 वनस्पति शास्त्र- डॉ. रचना दिनेश, डॉ. कामना शर्मा
9 व्यवसाय प्रशासन- डॉ. उम्मेदराज तातेड़, डॉ. आशा राठी, डॉ. आशीष माथुर, डॉ. रमेश व मनीष वडेरा
10 रसायन शास्त्र- डॉ. संगीता परिहार, डॉ. ओमप्रकाश, डॉ. सीमा परवीन, डॉ. अमिता धारीवाल
11 भू-गर्भ शास्त्र- डॉ. वीरेंद्र परिहार
12 भौतिक शास्त्र - डॉ. शिवकुमार बार्बर
13 प्राणी शास्त्र- डॉ. लेखू गहलोत, डॉ. हेमसिंह गहलोत, डॉ. पूनम पूनिया
14 हिंदी- डॉ. कामिनी ओझा
15 राजनीति विज्ञान- डॉ. नगेंद्रसिंह भाटी
16 संगीत- सुरेंद्र कुमार


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