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छात्राओं की बॉक्सिंग टीम दो जनों के भरोसे छोड़ मैनेजर गायब, छात्रा ने लगाया ये आरोप

जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय की महिला बॉक्सिंग खिलाड़ी ने उदयपुर में सम्पन्न अखिल भारतीय विश्वविद्यालय महिला बॉक्सिंग प्रतियोगिता 2019 में गड़बडिय़ों को लेकर उदयमंदिर थाने में एफआइआर दर्ज कराई। जेएनवीयू के बोर्ड ऑफ स्पोट्र्स, सरकारी विद्यालय के पीटीई व दो अन्य पर आरोप लगाए गए हैं।

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jnvu sports board manager left women boxing team in udaipur

छात्राओं की बॉक्सिंग टीम दो जनों के भरोसे छोड़ मैनेजर गायब, छात्रा ने लगाया ये आरोप

जोधपुर. जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय की महिला बॉक्सिंग खिलाड़ी ने उदयपुर में सम्पन्न अखिल भारतीय विश्वविद्यालय महिला बॉक्सिंग प्रतियोगिता 2019 में गड़बडिय़ों को लेकर उदयमंदिर थाने में एफआइआर दर्ज कराई। जेएनवीयू के बोर्ड ऑफ स्पोट्र्स, सरकारी विद्यालय के पीटीई व दो अन्य पर आरोप लगाए गए हैं।

पुलिस के अनुसार केबीएचबी निवासी अंजली खोइवाल पुत्री कन्हैयालाल खटीक ने कोर्ट में पेश इस्तगासे के आधार पर जेएनवीयू के बोर्ड ऑफ स्पोट्र्स कार्यालय के डॉ अमनसिंह सिसोदिया, उतवण (पाली) राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के पीटीई व जेएनवीयू में प्रतिनियिुक्त नरेन्द्रसिंह, कामेश सिसोदिया और नीरज के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया। केएन कॉलेज में बी कॉम द्वितीय वर्ष की छात्रा अंजली का आरोप है कि बतौर बॉक्सर उसका चयन उदयपुर में 27 से 30 जनवरी तक आयोजित अखिल भारतीय विश्वविद्यालय महिला बॉक्सिंग प्रतियोगिता 2019 के लिए जेएनवीयू की टीम में हुआ था। आठ छात्राओं की टीम के साथ वह 26 जनवरी को बस से उदयपुर के लिए रवाना हुई थी।

नरेन्द्रसिंह को बतौर टीम मैनेजर साथ भेजा गया था। उदयपुर पहुंचने पर कामेश व नीरज के भी साथ होने का पता लगा। टीम को उदयपुर में खिलाडिय़ों के ठहरने वाली जगह छोड़ मैनेजर नरेन्द्रसिंह गांव चले गए थे। मैनेजर का जिम्मा कामेश व नीरज को सौंप दिया था। फिर ठहरने की व्यवस्था दुरुस्त न होने का बताकर दोनों ने महिला टीम को एक होटल में ठहरा दिया था।

प्रतियोगिता के आयोजक की तरफ से प्रतिदिन होने वाले मैच का शेड्यूल टीम मैनेजर को दिया जाता था। आरोप है कि टीम मैनेजर की हैसियत से दोनों मौजूद नहीं थे। ऐसे में अंजली को उसके मैच के शेड्यूल व रिंग का पता नहीं चल पाया। रिंग में मौजूद न रह पाने से उसका वॉक ओवर कर दिया गया था। वह मैच नहीं खेल पाई थी।