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राजस्थान में सियासी संकट से मारवाड़ की धडकऩें बढ़ी

- पहली बार ऐसे संकट में फंसे हैं तीसरी बार सीएम की कुर्सी संभाल रहे गहलोत - जोधपुर से तीसरे सीएम हैं अशोक गहलोत  

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राजस्थान में सियासी संकट से मारवाड़ की धडकऩें बढ़ी

राजस्थान में सियासी संकट से मारवाड़ की धडकऩें बढ़ी

जोधपुर.
प्रदेश में आए सियासी भूचाल से मारवाड़ में चिंता बढ़ गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तीसरी बार प्रदेश के मुखिया हैं और पहली बार ऐसे संकट से गुजर रहे हैं। उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के ‘बगावती’ बयान ने मारवाड़ में भी सुग-बुगाहट तेज कर दी है। हालांकि मारवाड़ के सात जिलों में सीएम गहलोत की पकड़ मजबूत हैं लेकिन कुछ जगह पर पायलट की सेंध से भी इनकार नहीं किया जा सकता। इधर, विधायक दल की बैठक के चलते जोधपुर के कांग्रेसी विधायक जयपुर में ही डेरा डाले हुए हैं। जोधपुर के अधिकांश कांग्रेसी विधायकों ने स्पष्ट किया कि सरकार को कोई खतरा नहीं।

तीसरे सीएम, तीसरे कार्यकाल में संकट में

अशोक गहलोत जोधपुर से तीसरे सीएम हैं। सबसे पहले जय नारायण व्यास जोधपुर से सीएम बने थे। वे 1951 से 52 और उसके बाद 1952 से 54 तक दो बार सीएम रहे। बरकतुल्लाह खां भी 1971 से 1973 तक सीएम रह चुके हैं। अशोक गहलोत 2018 में तीसरी बार सीएम बने हैं। लेकिन उलटफेर का यह संकट उनके सामने पहली बार आया है।

मारवाड़ से तीन बार सीएम रहने वाले अकेले नेता हैं गहलोत
मारवाड़ से तीन बार सीएम पद पर आसीन होने वाले गहलोत पहले नेता हैं। मोहनलाल सुखाडिय़ा इकलौते नेता हैं जो प्रदेश में कि चार बार सीएम बने। इसके अलावा हरीदेव जोशी और भैरो सिंह शेखावत भी तीन-तीन बार सीएम रह चुके हैं।

90 प्रतिशत विधायक गहलोत गुट

मारवाड़ के सात जिलों में 43 सीटें हैं। इनमें कांग्रेस व निर्दलीय समर्थक करीब 90 प्रतिशत विधायक गहलोत खेमे से हैं। यहां के टिकट निर्धारण से लेकर प्रचार की रणनीति तक गहलोत ही फाइनल करते आए हैं। मारवाड़ जंक्शन के निर्दलीय विधायक जरूर दो दिन पहले विवादों में रहे।

पिछली बार पायलट आए तो ओसियां विधायक के निवास गए
पिछली बार जब डिप्टी सीएम सचिन पायलट जोधपुर आए थे तो वे ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा के आवास गए थे। वहां तब पैरोल के उनके पिता व पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा से भी मुलाकात हुई थी।

कांग्रेस के विधायकों का एक मत

जिले में कांग्रेस के विधायकों ने एक मत से सीएम गहलोत के साथ मजबूती से खड़े होने की बात कही है। साथ ही उन्होंने कांग्रेस सरकार को किसी प्रकार का खतरा नहीं होने का दम भी भरा है।