279 किलो एमडी ड्रग्स में 7 साल में जमानत
अहमदाबाद के थलतेज निवासी मनोहरलाल एनानी मास्टर माइण्ड है। डीआरआइ ने वर्ष 2015 में आबूरोड रीको औद्योगिक क्षेत्र में 270 किलो एमडी ड्रग्स के मामले में उसे पकड़ा था। सात साल में ही उसे जमानत मिल गई थी और वह जेल से बाहर आ गया था।
47 ग्राम एमडी में दीपक को एक माह में जमानत
कुड़ीभगतासनी थाना पुलिस ने गत वर्ष 26 फरवरी को झालामण्ड बाइपास पर कार में सवार चार युवकों से 121 ग्राम एमडी ड्रग्स जब्त की थी। इसमें दीपक सोलंकी के पास 47.4 ग्राम ड्रग्स मिलना बताया गया था। अगले ही महीने दीपक की जमानत हो गई थी।
दूसरे मास्टर माइण्ड की थी कार
ड्रग्स लैब लगाने में मूलत: तिंवरी हाल गांधीनगर निवासी कुलदीपसिंह पुत्र लालसिंह राजपुरोहित भी मास्टर माइण्ड है। वह ओसियां के हरलाया गांव, गांधीनगर की पीपलज व अमरेली की लैब चला रहा था। कुड़ीभगतासनी थाना पुलिस ने एमडी ड्रग्स के साथ जो कार जब्त की थी, वह कुलदीपसिंह की थी।
लखनऊ में छुपा था जगदीश, छापे मारे, पकड़ में नहीं आया
27 अप्रेल को एनसीबी ने ओसियां तहसील में हरलाया गांव निवासी जगदीश बिश्नोई के फार्म हाउस पर दबिश देकर एमडी ड्रग्स बनाने की लैब जब्त की थी। जगदीश फरार हो गया था। मेडिकल स्टोर पर कार्यरत रामप्रताप को पकड़ा गया था। जगदीश उत्तर प्रदेश के लखनऊ में छुपा था। इसका पता लगने पर बुधवार को तलाश के बाद दबिश दी गई, लेकिन जगदीश पकड़ा नहीं जा सका और फरार हो गया। ‘एमडी ड्रग्स की लैब लगाने के मामले में गिरफ्तार कई व्यक्ति खुद ड्रग्स पेडलर थे, जो ड्रग्स बेचते थे। फिर इन्होंने लैब लगा ली। फरार जगदीश की तलाश की जा रही है।’ घनश्याम सोनी, क्षेत्रीय निदेशक (एनसीबी) जोधपुर।