- अंतिम सफर के लिए संघर्ष: तीन माह से नहीं चल रही हरिद्वार के लिए बस, इधर एक माह से ट्रेनें भी बन्द -सरकार ने गंगाजी में अस्थि विसर्जन के लिए चालू की थी योजना
जोधपुर. रोडवेज बसों की कमी से कई स्थानों के लिए सीधी बस सेवा नहीं होने से जनता परेशान है और संघर्ष कर गंतव्य तक पहुंच रही है। लेकिन किसी व्यक्ति के अंतिम सफर, यानि मरने के बाद अपनों की अिस्थ विसर्जन के लिए भी लोगों को संघर्ष करना पड़ रहा है। सरकार की ओर से आमजन के लिए अपनों की अिस्थयों के विसर्जन के लिए मोक्ष कलश योजना चालू की गई थी। इसके तहत एक अस्थि कलश के साथ हरिद्वार जाने-आने के लिए परिवार के दो सदस्यों को रोडवेज की नियमित एक्सप्रेस बस सेवा में नि:शुल्क यात्रा का प्रावधान था। हालत यह है कि योजना तो चालू है, लेकिन हरिद्वार के लिए बस ही नहीं चल रही है।
सरकार की मोक्ष कलश योजना के तहत पिछले करीब तीन माह यानि फरवरी से बस बंद है। हरिद्वार के लिए जोधुपर से कोई बस नहीं जा रही है। वहीं, पंजाब में किसान आंदोलन के चलते पिछले करीब एक माह से ट्रेन भी बंद है। इस कारण, फिलहाल जोधपुर से हरिद्वार के लिए कोई सीधी कनेक्टिविटी नहीं है। लोगों को मजबूरी में अपने निजी साधनों या अन्य रूटों से हरिद्वार जाना पड़ रहा है।
सरकार की ओर से कोरोना काल में मोक्ष कलश योजना के तहत नि:शुल्क रोडवेज बस सेवा शुरू की गई थी। कोरोना की दूसरी लहर में भी यह सेवा जारी थी।
मोक्ष कलश यात्रा के लिए टिकट बुक कराने के लिए मृतक के परिजन को अलग-अलग चार तरह की जानकारी पेश करनी होती है। इसमें मृत व्यक्ति का पूर्ण विवरण, मृत्यु दिनांक, यात्रा के लिए परिवार के सदस्यों के नाम व उम्र, लिंग, आधार/जनाधार, मोबाइल नम्बर की जानकारी देना अनिवार्य है। यात्रा के दौरान भी ये दस्तावेज साथ रखने होते हैं।
मोक्ष कलश योजना चालू है, लेकिन बसों की कमी की वजह से वर्तमान में हरिद्वार के लिए बस नहीं चल रही है। मुख्यालय से बसें मिलने पर हरिद्वार के लिए चलाई गई यह योजना क्रियांवित होगी।
- मुकनसिंह राठौड़, मुख्य प्रबंधक, जोधपुर डिपो, राेडवेज
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