ग्रामीणों की मदद से दोनों को बाहर निकालकर सोयला के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां मृत घोषित कर दिया गया। थानाधिकारी लाखाराम ने बताया कि चटालिया गांव निवासी प्रकाश (18) पुत्र भोलाराम नायक व उसकी चचेरी बहन बतू (13) पुत्री सोनाराम सुबह बकरियां चराने के लिए अपने घर से निकले थे।
वे गांव से चटालिया खुर्द मार्ग पर खिलिया नाडा के पास पहुंचे, जहां प्रकाश नहाने के लिए नाडा में उतरा, लेकिन पांव फिसलने से वह नाडा में डूब गया। उसके चिल्लाने की आवाज सुन चचेरी बहन बतू भी पानी में कूद गईं, लेकिन पानी गहरा होने से दोनों ही डूबने लगे। इसका पता लगने पर ग्रामीण एकत्रित हुए और फिर मशक्कत के बाद दोनों को बाहर निकाला। उन्हें सोयला की पीएचसी ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। मोर्चरी व पोस्टमार्टम की सुविधा न होने से दोनों को बावड़ी के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया। परिजन भी वहां पहुंचे। मर्ग दर्ज करने के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा शव परिजन को सौंपे।
मिट्टी के खनन से बना है नाडा
पुलिस का कहना है कि खिलिया नाडा व आस-पास मिट्टी का खनन हो रखा है। इससे खड्ढ़े बने हुए हैं। जिनमें बारिश का पानी जमा हो रखा है। यह खनन अवैध रूप से किए गए हैं। हादसे के बाद ग्रामीणों ने अवैध खनन के प्रति रोष भी व्यक्त किया। साथ ही कार्रवाई की मांग की।