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Obscene video case – क्लब के बाथरूम में नहा रही लड़की का बनाया वीडियो, फिर समझौता करने का दबाव

Obscene video case - उम्मेद क्लब में स्विमिंग के बाद बाथरूम में शॉवर ले रही किशोरी का वीडियो बनाने का मामला शुक्रवार को दर्ज किया गया। पीड़िता की मां ने आरोपी व उसके एक परिचित के साथ क्लब मैनेजमेंट के चार लोगों को नामजद करते हुए छेड़छाड़, आइटी एक्ट व पोक्सो की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करवाई है।

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Obscene video case - जोधपुर। उम्मेद क्लब में स्विमिंग के बाद बाथरूम में शॉवर ले रही किशोरी का वीडियो बनाने का मामला शुक्रवार को दर्ज किया गया। पीड़िता की मां ने आरोपी व उसके एक परिचित के साथ क्लब मैनेजमेंट के चार लोगों को नामजद करते हुए छेड़छाड़, आइटी एक्ट व पोक्सो की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करवाई है।

पुलिस के अनुसार 17 साल वर्षीय किशोरी का आरोप है कि वह गत 24 अप्रेल की शाम क्लब में स्विमिंग के बाद शॉवर लेने बॉथरूम में गई। इस दौरान उसे बाथरूम में ऊपर की तरफ मोबाइल से रिकॉर्डिंग किए जाने का पता लगा। वह तुरंत बाहर आई तो पास वाले बाथरूम से बाहर आए आरोपी आकाश चौपड़ा को उसने उसे पकड़ लिया। पास खड़े लोग व क्लब पदाधिकारियों दीपक गहलोत, अर्पित मोदी व दीपक भाटी ने आरोपी से मोबाइल ले लिया। पदाधिकारियों ने पूरी मदद का आश्वासन देते हुए राजीनामा लिखवा लिया। मोबाइल लिफाफे में पैक कर उस पर पीड़िता की मांग के हस्ताक्षर कराते हुए कहा कि मोबाइल पीड़िता की बिना सहमति आरोपी को नहीं सौंपेंगे।

एफआईआर में आरोप है कि दूसरे दिन क्लब बुलाकर यह कहते हुए समझौता करने का दबाव बनाया कि किशोरी क्लब की सदस्य नहीं है। पीड़िता ने कहा कि वह अपनी सहेली की मैंबरशिप पर आई है। क्लब पदाधिकारियों ने पीड़िता के साथ पूरा न्याय करने का आश्वासन देते हुए समझौता करवा दिया। पीड़ित पक्ष ने क्लब के अध्यक्ष हंसराज बाहेती व पदाधिकारियों गहलोत, मोदी व भाटी पर बिना सहमति लिए मोबाइल आरोपी को सौंपने और वीडियो वायरल कर ब्लैकमेल करने का अंदेशा जताते हुए मामला दर्ज करवाया है।

क्लब अध्यक्ष बाहेती का कहना है कि वे इन दिनों अस्वस्था के कारण क्लब नहीं जा रहे हैं। उन्हें घटना के दूसरे दिन अन्य सदस्यों से पता चला तो उन्होंने दोनों पक्षों को बुलाकर जानकारी ली। दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने की मंशा जताई थी। पीड़िता क्लब में गलत पहचान बताकर घुसी थी। पत्रिका ने आरोपी क्लब सदस्य का पक्ष जानने की कोशिश की, लेकिन वह उपलब्ध नहीं हो सका।