पटवारी अशोक कुमार जाट ने म्युटेशन के लिए 5-6 हजार रुपए रिश्वत लेने और वृद्ध से 1000-500 रुपए कम लेने की जानकारी दी। इस पर वृद्ध ने एसीबी की बाड़मेर चौकी में शिकायत की। गत 29 जुलाई को शिकायत का गोपनीय सत्यापन कराया गया। जिसमें पटवारी ने तीन हजार रुपए रिश्वत मांगी। परिवादी के आग्रह पर 25 सौ रुपए लेना तय हुआ। जो काम होने से पहले देने का दबाव बनाया। साथ ही कहा कि काम होने में 10-12 दिन लगेंगे।
शिकायत की पुष्टि होने पर एसीबी ने बुधवार को ट्रैप कार्रवाई तय की। वृद्ध घनश्याम को पटवारी के रामसर स्थित सरकारी आवास भेजा, जहां उन्होंने पटवारी को 25 सौ रुपए दिए, लेकिन पटवारी ने कमरे की दीवार में बनी अलमारी में रखे अखबार के नीचे रिश्वत राशि रखवाई। तभी इशारा मिलते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामनिवास के नेतृत्व में एसीबी ने दबिश दी और सीकर जिले में अजीतगढ़ थानान्तर्गत श्रीमाधोपुर में तिलोकपुरा निवासी पटवारी अशोक कुमार (29) पुत्र रामेश्वरलाल जाट को पकड़ लिया। अलमारी से रिश्वत राशि जब्त की गई। फिर उसे गिरफ्तार किया गया।
शिकायत की पुष्टि होने पर एसीबी ने बुधवार को ट्रैप कार्रवाई तय की। वृद्ध घनश्याम को पटवारी के रामसर स्थित सरकारी आवास भेजा, जहां उन्होंने पटवारी को 25 सौ रुपए दिए, लेकिन पटवारी ने कमरे की दीवार में बनी अलमारी में रखे अखबार के नीचे रिश्वत राशि रखवाई। तभी इशारा मिलते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामनिवास के नेतृत्व में एसीबी ने दबिश दी और सीकर जिले में अजीतगढ़ थानान्तर्गत श्रीमाधोपुर में तिलोकपुरा निवासी पटवारी अशोक कुमार (29) पुत्र रामेश्वरलाल जाट को पकड़ लिया। अलमारी से रिश्वत राशि जब्त की गई। फिर उसे गिरफ्तार किया गया।
काम चार दिन पहले ही किया, स्वीकृति शेष
रिश्वत राशि लेने के दौरान आरोपी पटवारी अशोक जाट ने परिवादी से कहा कि उसका कार्य 31 जुलाई को कर दिया था, लेकिन फिलहाल उच्चाधिकारियों की स्वीकृति मिलना बाकी है। मौके से वृद्ध के पैंडिंग कार्य संबंधी दस्तावेज भी जब्त किए गए।
रिश्वत राशि लेने के दौरान आरोपी पटवारी अशोक जाट ने परिवादी से कहा कि उसका कार्य 31 जुलाई को कर दिया था, लेकिन फिलहाल उच्चाधिकारियों की स्वीकृति मिलना बाकी है। मौके से वृद्ध के पैंडिंग कार्य संबंधी दस्तावेज भी जब्त किए गए।