
गजेंद्र सिंह दहिया
Jodhpur News : देश की 55 फीसदी तहसीलों में पिछले दशक (2012-2022) में बारिश में 10 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मानसूनी बारिश में सर्वाधिक बढ़ोतरी राजस्थान और गुजरात के उन सूखाग्रस्त क्षेत्रों में हुई है, जो थार मरुस्थल का भाग माने जाते हैं। काउंसिल ऑन एनर्जी, एनवायरनमेंट एंड वॉटर की हालिया रिपोर्ट के अनुसार जैसलमेर, बाड़मेर और बीकानेर में 80 प्रतिशत तक बारिश बढ़ी है। गुजरात के कच्छ के रण में भी बारिश में 100 प्रतिशत से अधिक का इजाफा हुआ है।
पश्चिमी से पूर्व की तरफ घट रही बारिश
बीते दस साल में पूरे राजस्थान में मानसूनी बारिश बढ़ी है लेकिन जैसलमेर से धौलपुर तक यानी पश्चिमी से पूर्व की ओर से बारिश में बढ़ोतरी का ग्राफ नीचे आ रहा है। जैसलमेर की तहसीलें सामान्य बरसात से 70 से 80 प्रतिशत अधिक मानसूनी बारिश प्राप्त कर रही हैं। जोधपुर तक यह 50 प्रतिशत, नागौर तक 30 प्रतिशत और जयपुर तक आते आते 20 प्रतिशत की ही बढ़ोतरी रहती है। हालांकि हाड़ौती क्षेत्र में बारिश में 30 से 40 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है।
1982 से 2011 तक की बारिश को माना आधार वर्ष
सीईईडब्ल्यू की ‘डिकोडिंग इंडियाज चेंजिंग मानसून पैटर्न’ नामक रिपोर्ट में पूरे देश में 4,500 से अधिक तहसीलों में 40 वर्षों (1982-2022) के दौरान हुई बारिश का अपनी तरह का पहला अध्ययन किया है। सीईईडब्ल्यू ने 1982 से 2011 को आधार वर्ष मानकर बीते दस साल में मानसूनी बारिश का पैटर्न निकाला है।
बीते 10 साल में कहां-कितनी बढ़ी मानसूनी बारिश
1. जैसलमेर शहर में 79 प्रतिशत, जिले की पोकरण तहसील में 73, फतेहगढ़ में 74 प्रतिशत
2. बाड़मेर शहर में 62 प्रतिशत, जिले की गुडामालानी में 70, गडरा रोड में 76 प्रतिशत
3 . बीकानेर शहर में 46 प्रतिशत, खाजूवाला तहसील में 75 प्रतिशत, पूगल में 66 प्रतिशत
4. जोधपुर शहर में 46 प्रतिशत, लोहावट तहसील में 41, बालेसर में 42 प्रतिशत
5 . पाली शहर में 20 प्रतिशत, जिले के रानी में 54, सुमेरपुर में 47
6. सिरोही शहर में 41 प्रतिशत, रेवदर तहसील में 49 प्रतिशत
7. जालोर शहर में 47 प्रतिशत, सांचौर में 61, रानीवाड़ा में 46, भीनमाल में 46 प्रतिशत
8 . हनुमानगढ़ में 16 प्रतिशत
9. श्रीगंगानगर में 20 प्रतिशत
10. नागौर में 30 प्रतिशत
11. चूरू में 13 प्रतिशत
12. सीकर में 13 प्रतिशत
13. अजमेर में 8 प्रतिशत
14. जयपुर में 14 प्रतिशत
15 . हाड़ौती क्षेत्र में 30 से 40 प्रतिशत
उत्तरी पूर्वी मानसून से तमिलनाडु में बढ़ी बरसात
बीते दस साल में उत्तरी पूर्वी मानसून से तमिलनाडू में बारिश में 80 प्रतिशत, तेलंगाना में 40 प्रतिशत बढ़ोतरी और उत्तराखण्ड में 86 प्रतिशत तक कमी आई है। तमिलनाडू के कीलअकराई में 213 प्रतिशत और रामेश्वरम में 179 प्रतिशत बरसात बढ़ी है।
Published on:
19 Jan 2024 10:51 am
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