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राजस्थान सरकार की बजट घोषणा के अनुरूप रोडवेज सेवा से वंचित गांवों को शहरों से जोडने के लिए रोडवेज प्रशासन पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल पर निजी वाहन संचालकों से वाहन संचालित करवाने की चरणबद्ध प्रक्रिया चल रही है। इससे जोधपुर के विभिन्न ग्रामीण रूटों पर रोडवेज बसों के संचालन की उम्मीद जगी है। ग्रामीण रूट पर चलने वाली रोडवेज बसें केसरिया रंग में रंगी होगी। इसके लिए रोडवेज मुख्यालय की ओर से केसरिया रंग में रंगी बस का प्रतीक चित्र जारी किया गया है।
ग्रामीण रूट पर रोडवेज बसों का संचालन शुरू होने के बाद रोडवेज बस सेवा से वंचित गांव जोधपुर से जुडेंगे। ये बसें बालेसर(दो रूट), चाबा, चामू, चैराई, लूणी, उत्तेसर व बिलाड़ा के लिए बसों का संचालन होगा। इससे इन रूट के गांवों के हजारों लोगों का आवागमन सुलभ होगा।
इन बसों में यात्रियों को रोडवेज की ओर से मिलने वाली सभी रियायती सुविधाएं मिलेगी, जिनका भुगतान रोडवेज करेगा।
वाहन स्वामी यात्रियों से प्रति किमी 1.5 रुपए किराया लेंगे व यात्रियों से प्राप्त किराया वाहन संचालक का होगा।
इसकी एवज में वाहन संचालक को न्यूनतम 0.23 रुपए प्रति किमी प्रति सीट रोडवेज को देने होंगे।
वाहन संचालन से संबंधित खर्चे टैक्स, टोल, डीजल,मरम्मत, चालक, परिचालक आदि का खर्च वाहन स्वामी वहन करेगा।
ई- टेंडर प्रक्रिया हो चुकी है। इसके लिए निजी बस ऑपरेटर्स आवेदन कर चुके हैं। ग्रामीण रूटों के लिए संचालन रोडवेज बस स्टैंड से ही होगा। वाहन पर रोडवेज का लोगो अंकित होगा। रोडवेज मुख्यालय के निर्देशानुसार ग्रामीण रूट पर चलने वाली बसों का रंग केसरिया होगा। मुख्यालय के आदेशानुसार जल्द बसों का संचालन किया जाएगा।
-उम्मेदसिंह, मुख्य प्रबंधक, रोडवेज जोधपुर
Published on:
05 Aug 2025 01:47 pm
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