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18500 रिश्वत लेकर पांच सौ लौटाए, नगर पालिका चेयरमैन गिरफ्तार

- भूखण्ड पर निर्माण कार्य की एनओसी जारी करने की एवज में मांगे थे बीस हजार रुपए- एनओसी के लिए पीडि़त पांच-छह माह से काट रहा था चक्कर

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18500 रिश्वत लेकर पांच सौ लौटाए, नगर पालिका चेयरमैन गिरफ्तार

18500 रिश्वत लेकर पांच सौ लौटाए, नगर पालिका चेयरमैन गिरफ्तार

जोधपुर.
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने सिरोही जिले की जावाल तहसील में भूखण्ड पर निर्माणकार्य की एनओसी जारी करने की एवज में 18500 रुपए रिश्वत लेकर पांच सौ रुपए लौटाते नगर पालिका चेयरमैन व सरपंच को मंगलवार को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। एनओसी के लिए रिश्वत न देने की वजह से आरोपी पिछले पांच-छह माह से पीडि़त को चक्कर लगवा रहा था।
एसीबी के उप महानिरीक्षक डॉ विष्णुकांत ने बताया कि सिरोही जिले में जावाल निवासी मगनाराम उर्फ मालू (75) पुत्र त्रिक्रम सुथार और अम्बिका नगर निवासी जावाल ग्राम पंचायत के उप सरपंच नारायणलाल पुत्र पंकज की शिकायत पर जावाल नगर पालिका चेयरमैन व जावाल ग्राम पंचायत के सरपंच विक्रम राणा पुत्र शोभाराम भील को 18500 रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। आरोपी ने पांच सौ रुपए पीडि़त को लौटा दिए थे। उसने अम्बिका नगर न्यू कॉलोनी स्थित अपने घर में रिश्वत ली। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ महावीरसिंह राणावत के नेतृत्व में एसीबी ने दबिश देकर चेयरमैन व सरपंच विक्रम राणा को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। उसके लोअर की जेब से रिश्वत राशि बरामद की गई।
सत्यापन में 19 हजार की पुष्टि, पांच सौ लौटाए
एसीबी का कहना है कि मगनाराम का जावाल के अंबिका नगर में एक भूखण्ड है। उस पर निर्माण कार्य कराना चाहता है। इस संबंध में एनओसी के लिए उसने ग्राम पंचायत जावाल के सरपंच विक्रम से सम्पर्क किया था। उसने 20 हजार रुपए रिश्वत मांगी थी, लेकिन मगनाराम ने देने से मना कर दिया तो सरपंच ने एनओसी जारी नहीं की। इस कार्य के लिए वह पांच-छह माह से ग्राम पंचायत के चक्कर लगा रहा था। तब सोमवार को उसने एसीबी से शिकायत की थी। सत्याप के दौरान 19 हजार रुपए मांगने की पुष्टि हुई थी। इसमें 18500 रुपए रिश्वत लेकर उसने पांच सौ रुपए लौटा दिए।
उप सरपंच का कहना भी नहीं माना
एनओसी के लिए पीडि़त वृद्ध ने उप सरपंच नारायण से सम्पर्क किया था। उसने भी सरपंच से एनओसी जारी करने का आग्रह किया था, लेकिन आरोपी ने अपने ही उप सरपंच का कहना नहीं माना था। तब वृद्ध ने उप सरपंच के साथ एसीबी से सम्पर्क कर रिश्वत मांगने की शिकायत की थी।