
जोधपुर। जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में हुए शिक्षक भर्ती घोटाले में भले ही एसीबी ने एफआईआर दर्ज कर ली हो, लेकिन अभी भी अनियमितता और मिलीभगत का खेल परत-दर-परत खुल रहा है।
ताजा मामला ओबीसी कोटे में चयनित अभ्यर्थियों से जुड़ा है। चयनित ओबीसी अभ्यर्थियों में से कई ने आवेदन के समय 5 से 10 वर्ष पुराने ओबीसी सर्टिफिकेट्स लगाए थे। 6 माह से पुराने ओबीसी सर्टिफिकेट्स लगाने वाले अभ्यर्थियों के आवेदन स्क्रूटनी के समय खारिज हो जाना चाहिए था, लेकिन कमेटी के सदस्यों ने आवेदन खारिज करने की बजाय इन्हें इंटव्यू के लिए बुला लिया।
इतना ही नहीं इनका चयन तक हो गया। वहीं आरटीआई में विवि ने चयनित ओबीसी अभ्यर्थियों के आवेदन के साथ पुराने ओबीसी सर्टिफिकेट्स देने की बजाय आवेदन की अंतिम तिथि के बाद जारी सर्टिफिकेट्स की प्रतिलिपि उपलब्ध करा दी।
यह है मामला
ओबीसी कोटे में आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को आवेदन के साथ ओबीसी सर्टिफिकेट्स जमा कराना था, जो कि 6 माह से ज्यादा पुराना नहीं होना चाहिए। लेकिन कई अभ्यर्थियों के आवेदन के साथ जमा कराए ओबीसी सर्टिफिकेट्स कई वर्ष पुराने थे। जिन चयनित अभ्यर्थियों के ओबीसी सर्टिफिकेट्स पुराने थे।
इनमें असिस्टेंट प्रोफेसर पर चयनित भौतिक शास्त्र में उत्तम पालीवाल का सर्टिफिकेट 2010 में जारी हुआ था, इसके अलावा वनस्पतिशास्त्र विभाग के हाथीराम का 2001 में, हिन्दी विभाग की कमला चौधरी का 2006 में, हिन्दी विभाग की विनिता चौहान का 2006 में, गणित एवं सांख्यिकी की फिरदौस अंसारी का 2004 में और प्राणीशास्त्र विभाग की आफरीन अंजुम का सर्टिफिकेट्स 1999 में जारी किया हुआ था। इनके अलावा ऎसे कई चयनित अभ्यर्थी और भी है।
बदल दिए ओबीसी सर्टिफिकेट्स
विवि ने ओबीसी कोटे में चयनित 26 अभ्यर्थियों के पुराने सर्टिफिकेट्स बदल दिए। इतना ही नहीं विवि ने सूचना के अधिकार (आरटीआई) में दी जानकारी में इन चयनित 26 अभ्यर्थियों के आवेदनों के प्रतिलिपि के साथ केवल नए ओबीसी सर्टिफिकेट्स की प्रतिलिपि दे दी।
जबकि विदित रहे कि शिक्षक भर्ती में आवेदन की अंतिम तिथि 25 जनवरी 2012 थी। 25 जनवरी 2012 के बाद ही तहसील से सर्टिफिकेट जारी हुए और विवि ने बिना सार्वजनिक सूचना जारी किए उन्हें जमा भी कर लिए।
इनमें हाथी राम, कमला चौधरी, विनिता चौहान, फिरदौस अंसारी व आफरीन अंजुम के आरटीआई में प्राप्त दस्तावेजों में आवेदनों के साथ दिए गए ओबीसी सटिर्फिकेट्स की जारी करने की तिथि जनवरी 2013 थी। वहीं उत्तम पालीवाल का ओबीसी सटिफिकेट्स मई 2012 की थी।
Published on:
20 Jan 2015 02:30 pm
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