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भीतरी शहर ब्रह्मपुरी में 20 से ज्यादा भैरू के स्थानशहर की प्राचीन ब्रह्मपुरी में विभिन्न गली-मोहल्लों के बाहर करीब 20 से अधिक बटुक, काला-गोरा भैरू विराजमान है, जो क्षेत्र के लोगों की रक्षा कर रहे हैं।
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मनोकामनाएं पूरी करते है किला रोड स्थित रिक्तेश्वर भैरू मंदिरपुराने जमाने में भीतरी शहर तक विकसित शहर के लोगों की रक्षा के रूप में क्षेत्रपाल भैरू जगह-जगह स्थापित है। जिनकी आज भी पूजा की जाती है। किला रोड स्थित रिक्तेश्वर भैरूनाथ मंदिर के बारे में क्षेत्र के बुजुगों व भक्तों का कहना है कि बहन के जीवन में भाई की रिक्तता को पूरी करने के लिए आउवा से बटुक रूप में आए यहां आए और विराजित हुए। इसलिए इन्हें रिक्तेश्वर भैरूनाथ के नाम से जाना जाता है। यह पुत्र, धन व सभी मनोकामनाओं को पूरी करने वाले है।
यह भी भैरूजी के स्थान
मेहरानगढ़ म्यूजियम ट्रस्ट के अधिकारियों के अनुसार, दुर्ग में अन्य स्थानों पर भी भैरूजी के मंदिर है। जहां नित्य पूजा की जाती है।
- भैरोपोल पाज वाले भैरूजी
- चोखेलाव वाले भैरूजी
- झरनेश्वर मंदिर के पास भैरूजी
मेहरानगढ़ म्यूजियम ट्रस्ट के अधिकारियों के अनुसार, दुर्ग में अन्य स्थानों पर भी भैरूजी के मंदिर है। जहां नित्य पूजा की जाती है।
- भैरोपोल पाज वाले भैरूजी
- चोखेलाव वाले भैरूजी
- झरनेश्वर मंदिर के पास भैरूजी