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Lok Devta Baba Ramdev : लोक देवता बाबा रामदेव के गुरु बालीनाथ की तपोस्थली पर नवाते हैं लाखों जातरू शीश… जाने सम्पूर्ण जानकारी

बाबा रामदेव में देवत्व उजागर करने वाले गुरु बालीनाथ की तपोस्थली है मसूरिया पहाड़ी

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Lok Devta Baba Ramdev : लोक देवता बाबा रामदेव के गुरु बालीनाथ की तपोस्थली पर नवाते हैं लाखों जातरू शीश... जाने सम्पूर्ण जानकारी

Lok Devta Baba Ramdev : लोक देवता बाबा रामदेव के गुरु बालीनाथ की तपोस्थली पर नवाते हैं लाखों जातरू शीश... जाने सम्पूर्ण जानकारी

जोधपुर. लोक देवता बाबा रामदेव में देवत्व उजागर करने वाले उनके गुरु बालीनाथ की तपोस्थली मसूरिया पहाड़ी पर स्थित है जहां उनका प्राचीन समाधि मंदिर और बालीनाथ के तप से आलोकित गुफा व उनका धूणा भी मौजूद है। लोक देवता बाबा रामदेव के गुरु बालीनाथ ने पूरा जीवन इसी गुफा में बिताया था । पोकरण से बाबा रामदेव भी जोधपुर पहुंचकर गुफा में गुरु से मंत्रणा करते थे । मसूरिया बाबा के नाम से विख्यात मंदिर में हर साल भाद्रपद सुदी बीज से आयोजित मेले के दौरान देश के कोने - कोने से लाखाें जातरु पहुंचते हैं । मंदिर संचालन करने वाले पीपा क्षत्रिय समस्त न्याति ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेन्द्र चौहान के अनुसार इस बार सुरक्षा कारणों से बालीनाथजी की गुफा दर्शनार्थियों के लिए बंद रहेगी

एक नजर में गुरु बालीनाथ तपोस्थली

24 घंटे खुला रहेगा बालीनाथ समाधि मंदिर

62 सीसी टीवी कैमरों से रहेगी नजर

2 लाख से अधिक दर्शनार्थियों के पहुंचने की संभावना

600 से अधिक साल प्राचीन माना जाता है मंदिर

200 फीट- जमीन से ऊंचाई है गुरु बालीनाथ गुफा की

30 फीट गुफा दर्शन स्थल की चौड़ाई

72 सीढि़यों के चढ़ने के बाद होते है गुफा के दर्शन

564 साल पहले राव जोधा ने पहले यहीं पर किला बनाने किया था अवलोकन

2 साल बाद हो रहा है मेले का आयोजन

1000 से अधिक मसूरिया पहाड़ी पर है पक्षियों के घोंसले

अनूठे है घोंसले
मसूरिया बाबा बालीनाथ मंदिर की पहाड़ी पर कबूतरों के घोंसले विचित्र एवं अद्भुत है । हजारों की संख्या में कबूतर घोसलों में निवास करते हैं । संध्या के समय जब बड़ी संख्या में कबूतर अपने घोंसलों में लौटते हैं तब नजारा अनूठा होता है ।

आस्था की प्रतीक नाडी

मंदिर की तलहटी में आस्था की प्रतीक परचानाडी भी है जहां मेले में पहुंचने वाले दर्शनार्थी स्नान कर खुद को धन्य मानते हैं।