
आरोपी भजनलाल व रूपाराम
जोधपुर.
पुलिस महानिरीक्षक रेंज जोधपुर विकास कुमार की साइक्लोनर टीम के हत्थे चढ़ने वाला 50 हजार रुपए के इनामी भजनलाल से पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। आरोपी ने डोडा पोस्त तस्करी के लिए नया तरीका ढूंढ निकाला था। शुरूआत में वह चोरी के वाहनों में ड्रग्स तस्करी करता था, लेकिन वाहन चुराते समय सीसीटीवी कैमरों से पकड़े जाने से पुलिस पीछे लग जाती थी। इसलिए उसने मध्यप्रदेश और गुजरात के काले बाजारों से सही कारें खरीदनी शुरू की। इनके इंजन व चैसिसनम्बर घिसकर वह डोडा पोस्त भरकर लाने लगा। ताकि पकड़े जाने पर इंजन-चैसिस नम्बर से पुलिस उस तक न पहुंच पाए। वह एक कार सिर्फ एक बार ही काम में लेता था। फिर उसे उसी कीमत पर छोटे तस्करों को बेच देता था।
भजनलाल ने चित्तौड़गढ़ जिले के भदेसर गांव की ऊंची पहाड़ी पर नियंत्रण कक्ष बना रखा था। मंदिर की पिछली दीवार के पास झरोखे में एक मोबाइल स्थाई तौर पर रखा रहता था। उसकी गैंग का कोई भी आदमी पहाड़ पर पहुंचता तो मोबाइल में मैसेज टाइप करके ड्राफ्ट में ही छोड़ देता था। जब भजनलाल आता तो मैसेज देखकर तस्करी की योजना बनाता था। मंदिर से जुड़ा एक व्यक्ति मोबाइल चार्ज करता था। गैंग के किसी व्यक्ति को भजनलाल से सम्पर्क करना होता तो वे उस मोबाइल से पत्नी को मैसेज करते थे।
साथ पढ़ने के बाद भजनलाल ने विरधाराम के साथ रहना शुरू किया। उसी से आगे बढ़ा। फिर उसी को धोखा देकर अलग गैंग बना ली थी। विरधाराम के चार प्रमुख साथियों ने अलग होकर खुद की गैंग बनाई थी। इनमें से सांवरिया, जसिया व भजनलाल को साइक्लोनर टीम पकड़ चुकी है। चौथा भी रडार पर है।
Published on:
13 Apr 2025 12:32 am
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